मैनीक्योर ट्रीटमेंट से बढ़ रहा है महिलाओं में स्किन कैंसर का खतरा!

punjabkesari.in Friday, Jan 27, 2023 - 01:02 PM (IST)

आजकल महिलाएं नाखूनों से लेकर चेहरे तक तरह-तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट करवा रही हैं। मैनीक्योर महिलाओं को जरुर पता होगा। नाखूनों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए महिलाएं हर महीने पार्लर में मैनीक्योर करवाती हैं। क्या हो अगर नेल्स को साफ और सुंदर बनाने के लिए मैनिक्योर किया जाए और वो जानलेवा साबित हो?  दरअसल इस बात का खुलासा तब हुआ जब, मैनीक्योर कराने गई एक महिला अपने नाखूनों के जरिए घातक कैंसर वायरस से संक्रमित हो गई। अमेरिका में रहने वाली महिला ग्रेस गार्सिया के साथ ऐसा ही हुआ है। मिरर डॉट को यूके (Mirror.co.uk) पर पब्लिश जानकारी के मुताबिक ग्रेस मैनीक्योर करवाने के  बाद ही स्किन कैंसर का शिकार हो गई । 

स्किन कैंसर का खतरा बढ़ा रही है जेल नेल पॉलिश ड्रायर लैंप

दरअसल, मैनीक्योर करवाने के बाद ग्रेस की उंगलियों की त्वचा लाल होकर छिलने लगी। ग्रेस ने यह सोचकर नजरअंदाज कर दिया कि ये सिर्फ एक सामान्य छाला है। लेकिन जब तीन महीने बाद भी छाला वैसा ही रहा तो ग्रेस को शक हुआ। उन्होनें मेडिकल टेस्ट कराने का फैसला किया। जांच के बाद पता चला कि ग्रेस स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा से संक्रमित है। ये एक प्रकार का स्किन कैंसर है।

डीएनए को भी पहुंच रहा है नुकसान

नेचर साइंटिफिक जर्नल (Nature Scientific General) के एक अध्ययन के अनुसार, मैनीक्योर करने के बाद नेल्स को सुखाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला जेल नेल पॉलिश ड्रायर लैंप के ज्यादा इस्तेमाल से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।  इस अध्ययन के लेखक प्रोफेसर लुडमिला एलेक्ज़ेंड्रोवा का ये कहना कि नेल पॉलिश ड्रायर लैंप से निकलने वाली यूवी रेडिएशन ( (UV Radiation) के चलते शरीर के डीएनए भी डैमेज हो जाते है,  कुछ डीएनए (DNA) जो रिपेयर नहीं हो पाते हैं, वो म्यूटेट (mutate) होने लगते है।इसका मतलब है डीऐनए में स्थाई परिवर्तन आने लगता है।

इससे शरीर के सेल्स के अंदर की माइटोकॉन्ड्रिया (mitochondrion) की कार्यप्रणाली भी बिगड़ जाती है। अध्ययन में जब त्वचा के कैंसर से पीड़ित कुछ लोगों की कोशिकाओं को टेस्ट किया गया तो एक समान पैटर्न देखा गया, जिसमें डैमेज हुई डीएनए कोशिकाओं, कैंसर में कोशिकाओं में बदल जाती है।

Content Editor

Charanjeet Kaur