घूमने के लिए जरूर जाएं मध्यप्रदेश, Heart of India के तौर पर है फेमस

punjabkesari.in Saturday, Feb 09, 2019 - 04:47 PM (IST)

मध्यप्रदेश भारत के 29 राज्यों में से एक है। इसकी राजधानी भोपाल है। इसे भारत का दिल कहा जाता है। इसकी खास वजह यहां का जादुई और रहस्यमय सफर है। यहां के नेचर में हैरान करने वाले नजारों की कमी नहीं है। यह भारत के दिल को रुबरु कराता है। यहां स्मारकों, मंदिरों पर नक्काशीदार शिल्पकारी, किले, महल, झरने, नदी और पर्वतों के अनोखे झरोखे हैं। आइए आज मध्यप्रदेश के ऐसे जगहों के बारे में जानते हैं, जो टुरिस्ट्स के घूमने के लिए जाना जाता है।

 

भोपाल

राज्य की राजधानी यह शहर पुरानी और कीमती धरोहरों से भरपूर है। पुराने महल और मस्जिदें और भीड़ भरे बाजार देखने लायक हैं। भोपाल को झीलों का शहर भी कहा जाता है। लेक व्यू के बीच दरगाह का नजारा बेहद खूबसूरत दिखता है, वहीं भारत भवन में कला का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। शाम को इसके पीछे वाले हिस्से में सीढ़ियों पर बैठकर घंटों झील को देखने से मन में सुकून का शांत सागर भर जाता है।

 

खजुराहो

मध्य प्रदेश में टूरिस्टों के बीच यह जगह सबसे ज्याद पसंदीदा है, खजुराहो मंदिरों के पत्थरों पर अलग-अलग तरह की कामुक भंगिमाएं उकेरी गई हैं। इन मूर्तियों के रंग दिन की बदलती रोशनी के साथ बदलते हैं। यहां का लाइट एंड साउंड शो बेहतरीन होता है। खजुराहो प्रकृति के अद्भुत नजारे भी देखने को मिलेंगे।

 

चित्रकूट

यह खजुराहो से 195 किमी दूर है। चित्रकूट विंध्य के पहाडों, नदियों और मनोरम जंगलों से घिरा हुआ पूरी तरह से प्रकृति की गोद में है। साथ ही यह एक प्रसिद्ध तीर्थ है। यहां भगवान राम, सीता जी और लक्ष्मण जी ने अपने वनवास के चौदह वर्षों में से ग्यारह वर्ष बिताए थे। यहां के मंदिर, घाट देखने लायक हैं। चित्रकूट में रामघाट, कामदगिरी, सीता कुंड, सती अनुसुया मंदिर, स्फटिक शिला, गुप्त गोदावरी नदी, हनुमान धारा और भरत कूप घूमने लायक हैं।

ग्वालियर

भारतीय इतिहास का गौरवशाली पन्ना ग्वालियर के किलों और महलों में जिंदा हो उठता है। यह शहर कई लड़ाइयों, रक्तपात और मौतों का गवाह रहा है। यहां घूमने की जगह हैं- ग्वालियर का किला, मानमंदिर महल, जयविलास महल व म्यूजियम, सरोद घर, तानसेन स्मारक और सूर्य मंदिर।

 

मांडू

यह इंदौर से 99 किमी. दूर है। मांडू विंध्य की पहाड़ियों में 2000 फीट की ऊंचाई पर है. यह जगह कवि व राजा बाजबहादुर और उनकी सुंदर रानी रूपमती के प्यार की यादों का बसेरा है। यहां अफगानी वास्तुकला का एक शानदार नमूना देखने को मिलेगा है। यहां घूमने लायक जगह हैं जहाज महल, रानी रूपमती का महल, बाजबहादुर का महल, अशर्फी महल, हिंडोला महल और शाही हमाम. यहां की जामी मस्जिद और होशंगशाह के मकबरे का नमूना लेकर ही बाद में ताजमहल बनाया गया।

बांधवगढ़

मध्य भारत के दिल में बसे विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बांधवगढ़ नेशनल पार्क में देश के सबसे ज्यादा बाघ हैं। यहां पर हाथी सफारी का भी लुत्फ लिया जा सकता है।


कान्हा

कान्हा टाइगर रिजर्व को रुडयार्ड किनलिंग ने मशहूर किया। यह एशिया का सबसे बेहतरीन नेशनल पार्क है। वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए यह अनूठी जगह है। रूडयार्ड किपलिंग की फेमस किताब और सीरियल जंगल बुक की प्रेरणा भी इसी जगह से ली गई थी। यह नेशनल पार्क 1945 वर्ग किमी. में फैला हुआ है।


जबलपुर

यहां की मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता लोगों को बहुत लुभाती है। दुनिया में जबलपुर मार्बलरॉक्स के लिए जाना जाता है। जो कि यहां से 23 किमी. दूर भेड़ाघाट में हैं। नर्मदा नदी के दोनों ओर दूर तक ऊंची संगमरमर की चट्टानें बहुत सुंदर दिखती हैं। यहां बोटिंग की सुविधा नवंबर से मई तक होती है। यहां धुंआधार फाल्स भी बेहतरीन जगह है।

 

पंचमढ़ी

सतपूड़ा पर्वतमालाओं के बीच घिरा यह हिल स्टेशन अपने दामन में बेहद खूबसूरती समेंटे है। इसे सतपूड़ा की रानी भी कहा जाता है। यहां प्रियदर्शिनी प्‍वाइंट, बी फॉल, हांडी खोह, पांडव गुफा, अप्सरा विहार, जटाशंकर गुफा और राजेंद्र गिरि घूमने लायक जगह हैं।

 

उज्जैन

यह मध्य प्रदेश का एक प्रमुख शहर है जो क्षिप्रा नदी के किनारे बसा है। यह एक बहुत प्राचीन नगरी है। उज्जैन राज विक्रमादित्य की राजधानी थी। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल इस नगरी में है। यहां हरसिद्ध‍ि मंदिर, श्री बड़े गणेश मंदिर, भर्तृहरि गुफा, काल भैरव मंदिर और क्षिप्रा घाट घूमने लायक है।

Content Writer

Vandana