माधवी ने शुरू किया टेरेस गार्डन, गन्ने और केले समेत सालभर में उगा रहीं 50 किस्म की सब्जियां
punjabkesari.in Monday, Mar 08, 2021 - 12:02 PM (IST)
स्वस्थ रहने के लिए हैल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी है। मगर आजकल बाजार में सब्जियों व फलों में मिलावट आने लगी है। ऐसे में इससे बचने के लिए आंध्र प्रदेश, विशाखापट्टनम की रहने वाली माधवी गुत्तिकोंडा ने घर की छत पर गार्डनिंग करना का सोचा। वे इससे प्रेरित होकर ना सिर्फ सब्जियां व फल उगा रही है बल्कि खुद का यूट्यूब चैनल भी चला रही है। ताकी गार्डनिंग के शौकीन लोग इससे सीख पाएं। तो चलिए आज हम 'W omens Day' के अवसर पर माधवी व उनके टेरेस गार्डन के बारे में जानते हैं विस्तार से...
10 साल से कर रही गार्डनिंग
माधवी एक हाउसवाइफ है और पिछले 10 साल से टेरेस गार्डनिंग करके सब्जियां व फल उगा रही है। इस पर उनका कहना कि, 'वे लहसुन व प्याज को छोड़कर हर सब्जी अपने गार्डन में उगाती है।' ऐसे में वे खुद और अपने परिवार को साफ व पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी खिलाती है।
बचपन से ही रंग-बिरंगे फूल उगाने का शौक
माधवी को बचपन से ही रंग-बिरंगे फूल अच्छे लगते हैं। ऐसे में वे जब भी कहीं सुंदर फूल व पौधे देखती तो उसे घर पर लगा लेती थी। यहीं नहीं उन्होंने शादी के बाद भी अपने शौक को जारी रखा। साथ ही उनके बच्चे बड़े होने पर माधवी के पास समय बचने लगा तो उन्होंने किचन गार्डनिंग शुरू कर दी।
धनिया, पुदीना, पालक उगाने से की शुरुआत
माधवी ने फूलों के बाद धनिया, पुदीना, पालक जैसी हरी सब्जियां उगानी शुरू की। इस पर कामयाबी मिलने पर उन्होंने मौसमी सब्जियां बैंगन, गोभी, लौकी, शिमला मिर्च आदि उगाई। उसके बाद फल भी उगाएं। यहां तक कि वे अपनी छत पर केला व गन्ने भी उगा चुकी है। टेरेस गार्डन की बात करें तो यह उनके घर की तीसरी और चौथी मंजिल पर फैला हुआ है। वहां उन्होंने 1,750 वर्ग फुट की जगह पर 800 गमले लगाएं है। इसके अलावा वहां रखें ग्रो बैग्स और अन्य तरह के कई कंटेनर में वे पेड़-पौधे लगाती हैं।
साल भर में उगाती है 50 से ज्यादा किस्म की सब्जियां
वे कहती है कि कोई भी सब्जी या फल देखने पर वे उसे खुद उगानी की कोशिश करती है। ऐसे में बीजों की मदद से अलग-अलग पेड़-पौधे लगाने के साथ उनकी जानकारी में भी बढ़ावा होता है। इस तरह पता चलने लगता है कि बीज कब अकुंरित होंगे? किस पौधे के लिए कैसी मिट्टी की जरूरत होगी? इसे सही से कैसा उगा सकते हैं? मौसम के हिसाब से वो सालभर में करीब 50 से ज्यादा किस्म की सब्जियां उगा लेती हैं, जिसमें टमाटर- बैंगन की अलग-अलग किस्में, साग, पालक, सहजन, बीन्स, मिर्च, भिंडी, करेला, तोरई, कद्दू, रोजमेरी, अश्वगंधा, करेला आदि शामिल है। इसके अलावा उन्होंने नींबू, अमरुद, सीताफल, केला, गन्ना, ड्रैगन फ्रूट आदि के पेड़ भी लगाएं।
पड़ोसियों में बांटती हैं साग-सब्जियां
माधवी कहती है कि आसपास की औरतें भी गार्डनिंग में उनकी मदद करती है। साथ ही वे उनके साथ साग-सब्जियां बांटती है। इस पर वे कहती है कि, “यह मेरे साथ वे भी मदद करती है। ऐसे में यहां पर जो भी सब्जी उगती है। उसमें उनके साथ उनकी सहायिकाओं का भी हक है।" इसके बाद बची हुई सब्जियों को माधवी पड़ोसियों में बांट देती है। माधवी का उद्देश्य सिर्फ खुद सब्जियां उगाना नहीं बल्कि अपने ज्ञान को दूसरों के साथ सांझा करके उन्हें भी खुद अपना खाना उगाने के लिए प्रेरित करना है।
2018 में अपने यूट्यूब चैनल की शुरुआत
उन्होंने 2018 में यूट्यूब पर ‘मैड गार्डनर’ नाम से चैनल भी शुरु किया है, जिसमें गार्डनिंग का शौक रखने वाली खूब जानकारी ले सकते हैं। उनके चैनल को अब तक चार लाख से ज्यादा लोग सब्सक्राइब कर चुके हैं। हालांकि उनकी वीडियो तेलुगु भाषा में बनाती है।