Navratri Special: देवी मां के इस मंदिर में नेत्रहीन को मिलती है आंखें

punjabkesari.in Tuesday, Oct 20, 2020 - 06:32 PM (IST)

भारत देवी- देवताओं को पूजे जाने वाला देश है। यहां पर हिंदू मान्यताओं से जुड़े बहुत से मंदिर है। सभी मंदिरों के पीछे कोई न कोई रहस्य माना जाता है। ऐसे में बिहार के जमुई जिले के एक गांव में देवी दुर्गा का मंदिर स्थापित है। माना जाता है कि देवी मां के इस मंदिर में अंधों को आंखें और नि:संतान दंपत्तियों को संतान की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं देवी मां इस मंदिर के बारे में विस्तार से...

मां नेतुला देवी मंदिर 

देवी दुर्गा के इस मंदिर का नाम मां नेतुला देवी मंदिर है। यह बिहार के जमुई में जिले में सिकंदरा प्रखंड के कुमार गांव में स्थापित है। यहां पर देवी मां के दर्शन करने के लिए देश- विदेश से लोग आते हैं। माना जाता है कि इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार के लिए विशेष पूजा की जाती है।

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इस तरह मनोकामना होती है पूरी

मान्यता है कि इस मंदिर में लगातार 30 दिनों तक धरना देने व सच्चे मन से भक्ति करने पर मनोकामना पूरी होती है। यहां पर अंधों को आंखों की रोशनी मिलने के साथ नि:संतान दंपत्तियों की झोली बच्चे से भर जाती है।

आते हैं हिंदू और मुस्लिम लोग 

इस मंदिर का संबंध देवी सती के साथ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब देवी सती ने खुद को अग्नि में जला दिया था। उसके बाद शिव जी ने गुस्से में आकर देवी सती के शरीर को गोद में लिए तीनों लोकों के चक्कर लगाने लगे थे। तब उनका गुस्सा शांत करने के लिए भगवान विष्णु जी ने अपने चक्र से मां सती के शरीर के 51 टुकड़े कर दिए थे। तब देवी सती की पीठ इस जगह पर गिरी थी। ऐसे में इस मंदिर में देवी मां की पीठ की पूजा होती है। साथ ही इस मंदिर की खासियत है कि यहां पर हिंदू व मुस्लिम दोनों धर्म के लोग देवी मां की पूजा करते हैं। इस मंदिर में सुबह और शाम दो बार देवी मां का फूलों से श्रृंगार किया जाता है। साथ ही सभी भक्तों द्वारा आरती की जाती है। 

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चांदी व सोने की चढ़ती हैं आंखें

माना जाता है कि भक्तों की मुराद पूरी होने के बाद मंदिर में लोग चांदी व सोने की आंखें मां को अर्पित करते हैं। 
 


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neetu

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