हीमोग्लोबिन की कमी से हो सकती हैं ये 7 बीमारियां, महिलाएं रहें सतर्क

punjabkesari.in Thursday, Sep 26, 2019 - 10:48 AM (IST)

आजकल भारतीय महिलाओं में हीमोग्‍लोबिन की कमी काफी देखने को मिल रही हैं, बावजूद इसके महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती है। शरीर में हीमोग्‍लोबिन की कमी को खतरनाक माना जाता है क्‍योंकि इससे फिजिकल और मेंटल हेल्‍थ पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को हीमोग्‍लोबिन की कमी के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है, ताकि वो खुद का अच्‍छे से ख्‍याल रख सकें।

 

क्या है हीमोग्लोबिन?

हीमोग्लोबिन हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। हीमोग्लोबिन रक्त कोशिकाओं में मौजूद लौह युक्त प्रोटीन है, जो लाल रक्त कणों की प्रत्येक पट्टी के अंदर 30-35% भाग हीमोग्लोबिन का होता है। पुरूष में 15 ग्राम और महिलाओं में 13.6 ग्राम हीमोग्लोबिन होना जरूरी है।

70% भारतीय महिलाएं है शिकार

स्टडी के मुताबिक, 70% भारतीय महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती हैं। वहीं लगभग 57.8% गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित रहती हैं। इनमें से 7 में से एक महिला ऐसी होती है, जिसमें हीमोग्लोबिन की मात्रा 7 ग्राम/डीएल है। एक स्वस्थ महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर 11-12 ग्राम/डीएल होना चाहिए। अगर यह स्तर 9-7 ग्राम/डीएल हो तो यह माइल्ड एनीमिया होता है।

चलिए अब आपको बताते हैं हीमोग्लोबिन की कमी से आप किन किन बीमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं।

एनीमिया

शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर महिलाओं में सबसे पहले समस्या एनीमिया यानि खून की कमी की देखने को मिलती हैं। बॉडी के सेल्स को एक्टिव रहने के लिए ऑक्सीजन व खून की जरूरत होती है, जिसे शरीर के अंगो तक पहुंचाने का काम हीमोग्लोबीन का होता है। हीमोग्लोबीन की कमी होने पर शरीर के बाकी अंगो तक खून व ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है।

प्रेगनेंट महिलाओं के लिए हानिकारक

अगर आप प्रेगनेंट हैं तब तो आपको ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इस दौरान बॉडी को अधिक विटामिन, मिनरल व फाइबर की जरूरत होती है। ब्‍लड में हीमोग्लोबिन तत्वों की कमी होने से शारीरिक दुर्बलता बढ़ती है। साथ ही इससे बच्चे पर भी बुरा असर पड़ता है।

ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या

हीमोग्लोबिन की कमी होने पर बॉडी के सेल्‍स में ब्‍लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता हैं। इसके कारण ब्लड प्रेशर की समस्‍या होने लगती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

पीरियड्स में बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग

शरीर में हीमोग्‍लोबिन की कमी के चलते पीरियड्स में बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग होने लगती है। साथ ही पेन भी बहुत ज्‍यादा होता है। अगर आपको पीरियड्स में बहुत ज्‍यादा दर्द या ब्‍लीडिंग हो तो डॉक्‍टर से संपर्क करें।

डिप्रेशन की समस्या

इसकी कमी के कारण ब्रेन का न्यूरो सिस्टम कमजोर हो जाता हैं और स्ट्रेस हार्मोन का लेवल भी बढ़ जाता हैं। इससे दिमाग में स्ट्रेस बना रहता है, जिससे आप डिप्रेशन की चपेट में आ जाती हैं।

सूजन की समस्‍या

शरीर में इसकी कमी का असर इम्यून सिस्टम, मसल्स और ब्लड सर्कुलेशन पर भी पड़ता है। इसके कारम शरीर में सूजन की समस्या होने लगता है। साथ ही इसके कारण शरीर में दर्द भी होता है।

बालों का झड़ना

हीमोग्‍लोबिन बालों की जड़ों और स्‍कैल्‍प में ऑक्‍सीजन और पोषक तत्‍वों के फ्लो को बढ़ाने में मदद करता है। इसकी कमी के कारण बाल कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। इतना ही नहीं, इसके कारण नाखून भी कमजोर हो जाते हैं और बार-बार टूटने लगते हैं।

कैसे करें कमी को पूरा?

अगर आपकी बॉडी में भी हीमोग्‍लोबिन की कमी हैं और आप बीमारियों से बचना चाहती हैं तो आयरन से भरपूर फूड्स अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही डाइट में फल व सब्जियां, चुकंदर, आंवला, पिस्ता, नींबू, पालक, सूखी किशमिश, अंजीर, अमरूद, केला, अंकुरित आहार, बादाम, काजू, अखरोट, तुलसी, गुड़, मूंगफली और तिल लें।

Content Writer

Anjali Rajput