जब वैजयंतीमाला की वजह से कृष्णा कपूर को छोड़ना पड़ा घर - Nari

punjabkesari.in Monday, Oct 01, 2018 - 01:19 PM (IST)

बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर का निधन हो गया है। वे परिवार के सभी सदस्यों के बेहद करीब थीं, अंतिम समय तक उन्होने परिवार को एक साथ रखा आइए जानें उनकी जिंदगी के बारे में कुछ बातें। 


शादी से पहले थी कृष्णा मल्होत्रा
राज कपूर से शादी से पहले वे कृष्णा मल्होत्रा थी। राज कपूर से उनकी शादी मध्य प्रदेश के रीवा में मई, 1946 में हुई थी। 


इस तरह हुई मुलाकात         
कृष्णा तत्कालीन रीवा आईजी करतार नाथ मल्होत्रा की बेटी थीं। उन दिनों पृथ्वीराज कपूर अपनी नाटक कंपनी को रीवा के रंगमंच से रूबरू करवाने के लिए गए। उनके साथ दोनों बेटे राजकपूर और शम्मी कपूर भी थे। शम्मी की उम्र उस समय 15 साल  और राजकपूर 22 साल के थे। पृथ्वीराज कपूर की मेहमानवाजी का जिम्मा करतार नाथ जी के हाथ था। इस दौरान पृथ्वीराज कपूर और करतार नाथ की गहरी दोस्ती हो गई। पृथ्वीराज अपने बेटे के लिए संस्कारी बहू की तलाश में थे इसलिए उन्होने अपने बेटे राज कपूर की शादी बेटी कृष्णा कपूर संग तय कर दी। उस समय कृष्णा की उम्र 16 साल थी। 


सरकारी बंगले में हुई शादी
राजकपूर की बारात रीवा आई थी और दोनों की शादी सरकारी बंगले में हुई। राज कपूर और कृष्णा राज कपूर के 5 बच्चे हैं। रणधीर, ऋषि, राजीव, रीमा, रितु कपूर। 


पर्दे के पीछे परिवार को जोड़ने वाली कड़ी
कृष्णा पर्दे के पीछे रहकर पूरे परिवार को जोड़ने वाली कड़ी थी। राज कपूर और नरगिस के अफेयर के किस्से जब सामने आए तो बात परवान इस लिए नहीं चढ़ पाई कि राज कपूर अपनी पत्नी को छोड़ना नहीं चाहते थे। दूसरी तरफ जब वैजयंतीमाला के साथ राज कपूर का नाम जुड़ा तब कृष्णा बच्चों को साथ लेकर मरीन ड्राइव चली गई। काफी समय तक वहां रही, वे तब तक वापिस नहीं आई जब तक राज कपूर ने वैजयंतीमाला का किस्सा अपनी जिंदगी से खत्म नहीं कर दिया। 


मजबूत महिला थी कृष्णा कपूर
कृष्णा बेहद मजबूत महिला थीं, राज कपूर के फिल्मों में व्यस्त रहने के चलते उन्होंने बच्चों को पाला-पोसा उन्हें संभाला। ऋषि कपूर की बायोग्राफी में वे लिखते हैं कि पापा मां से बहुत प्यार करते थे...वो उनके पैर भी दबाते थे और मजाक करते थे ‘राज कपूर का क्या हाल बना दिया, मेरी बीवी मुझे पैर दबाने लगा रही है,घर की मुर्गी दाल बराबर।’


दोनों का आपस में बहुत प्यार था। 1988 में राज कपूर के निधन के बाद उन्होंने अपने पूरे परिवार को एक साथ रखा। एक बार फिर कृष्णा कपूर के निधन से कपूर खानदान शोक में है। 

Content Writer

Priya verma