अकेले रहने वालों को हार्ट अटैक का खतरा 32 % ज्यादा, जानिए कैसे ?

punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2019 - 01:26 PM (IST)

हर किसी की जिंदगी में एक वक्त ऐसा आता है जब वो खुद को अकेला महसूस करता है। कुछ लोग इस अकेलेपन से खुद को उभार लेते हैं तो कुछ इसके कारण डिप्रेशन में चले जाते हैं। मगर अकेलापन सिर्फ डिप्रेशन ही नहीं बल्कि दिल की बीमारियों का कारण भी बन सकता है। जी हां, हाल में हुए एक शोध के मुताबिक, भारतीयों में दिल की बीमारियों का सबसे बड़ा कारण अकेलापन है।

40% तक बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा

रिसर्च के अनुसार, अकेलेपन से हार्ट अटैक का खतरा 40% तक बढ़ जाता है। वहीं इसके कारण समय से पहले मरने की संभावना भी 50% तक बढ़ जाती है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि अब तक जो लोग दिल के मरीज रहे हैं, उनमें में से ज्यादातर लोगों की मौत अकेलेपन से ही हुई है।

ऐसा क्यों होता है?

जो लोग अकेलेपन के शिकार होते हैं, उन्हें क्रॉनिक डिजीज का खतरा काफी ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनमें डिप्रेशन का खतरा भी ज्यादा होता है।

पुरूषों को होता है अधिक खतरा

अकेलापन और साथ सामाजिक अलगाव से हार्ट अटैक और एनजाइना (Angina) का खतरा 29%, स्ट्रोक का 32% बढ़ा सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, महिलाओं के पास परिवार, दोस्तों का एक अच्छा नेटवर्क होता है इसलिए तलाक, विधवा या अन्य स्थिति में वह अकेलापन महसूस नहीं करती। जबकि महिलाओं के मुकाबले पुरूष कम एक्सप्रेसिव होते हैं और अपने दिल की बात किसी से शेयर नहीं कर पाते, जिसके कारण वह अकेलापन महसूस करने लगते हैं।

इसके अलावा भी हैं कई कारण

. अकेलेपन के कारण डिप्रेशन का रिस्क बढ़ता है, जो कॉर्डियोवस्कुलर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है।
. जब अकेले रहते हैं तो भविष्य और करियर को लेकर काफी स्ट्रेस लेते है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। 
. अकेलेपन का असर आपकी डाइट और फूड हैबिट पर भी निर्भर करता है। जंक फूड या एक्सरसाइज ना करने वाले लोगों पर इसका असर ज्यादा दिखता है।
. धूम्रपान और खराब जीवनशैली की आदतें भी हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाती है।

क्या करें?

. परिवार, दोस्तों या करीबी लोगों के साथ ज्यादा वक्त बिताएं।
. जब भी अकेलापन महसूस हो तो किसी करीबी से बात करें या किसी के पास चले जाएं।
. गानें सुनें, जिससे कि आपका तनाव कम हो सकें।
. अगर किसी बात को लेकर परेशान है तो उसे दोस्तों या परिवार के साथ शेयर करें।
. हैल्दी डाइट लें। हरी सब्जियां, मौसमी फल, दूध, मछली, ड्राई फ्रूट्स आदि का अधिक सेवन करें। साथ ही जंक फूड्स से दूर रहें।
. धूम्रपान, शराब जैसी नशीली वस्तुओं को हाथ ना लगाएं।
. भरपूर नींद लें और इलैक्ट्रिक गैजेट्स से दूर रहें, खासकर रात को सोने से पहले मोबाइल को हाथ ना लगाएं।
. रोजाना कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज और योग जरूर करें।

Content Writer

Anjali Rajput