एक प्रोग्राम करने के लिए कितने पैसे लेती हैं जया किशोरी, किसने दी उन्हें यह उपाधि?

punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2024 - 05:12 PM (IST)

इन दिनों एक नाम सोशल मीडिया की दुनिया में खूब सुना जा रहा है। बहुत से लोग उनके फैन है। उनके भजनों की तो दुनिया दीवानी है और प्यार से लोग उन्हें किशोरी कहते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं जया किशोरी जी की जो जया किशोरी से पहले जया शर्मा थी लेकिन बाद में उन्हें 'किशोरी' की उपाधि मिली लेकिन ये उपाधि उन्हें दी किसने?

जया किशोरी एक मोटिवेशनल स्पीकर, कथा वाचक और भजन गायक हैं। ये बात तो सब जानते हैं लेकिन वह मोटिवेशनल स्पीकर कैसे बनी और उनके परिवार में कौन-कौन है? ये बातें उनके चाहने वाले शुरू से ही जानना चाहते है तो चलिए आपको जया किशोरी के बारे में ही बताते हैं।

बचपन से ही था भजन गाने का शौक

जया किशोरी का जन्म राजस्थान के सुजानगढ़ में हुआ था और रिपोर्ट्स की मानें तो अब उनका परिवार कोलकाता में रहता हैं। जया किशोरी के परिवार में उनके पिता शिव शंकर शर्मा और मां सोनिया शर्मा के अलावा छोटी बहन चेतना शर्मा भी हैं। किशोरी उपाधि मिलने से पहले जया अपने नाम के आगे शर्मा लिखती थीं।

बचपन से ही जया ने भजन-पाठ करना शुरू कर दिया था। वह कई इंटरव्यूज में बता चुकी हैं कि उनके दादा-दादी ने उन्हें भजन गाना सिखाया है और वह सिर्फ 6 साल की थी जब से उनका झुकाव आध्यात्मिक की दुनिया की ओर हो गया था। उनके परिवार में सब भक्ति भाव और धार्मिक भावनाएं रखते है। घर में शुरू से उन्हें भी वैसा ही माहौल मिला।

6 साल की उम्र में गाने शुरु कर दिए थे भजन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 6 साल की उम्र में उन्होंने भजन गाने शुरू कर दिए थे। 8 साल की उम्र में उन्होंने क्लासिकल संगीत भी सीखा था। 12 साल की उम्र में वह कथावाचक बन गई थी। बचपन में उनके घर में हनुमान जी का सुंदरकांड पढ़ा जाता था। जया किशोरी ने 9 साल की उम्र में संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्त्रोत, रामाष्टकम जैसे तमाम स्रोत याद कर लिए थे। जया किशोरी पर उनके दादा-दादी का काफी प्रभाव पड़ा था। वे दोनों उन्हें श्रीकृष्ण की कहानियां सुनाया करते थे। भजन भी उनके दादा-दादी ही किशोरी जी को सिखाते रहे थे। 

10 साल की उम्र में ही उनकी पॉपुलेरिटी इतनी बढ़ गई कि लोग उनकी झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं। हालांकि उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था कि वे कोई साधु या संन्यासिनी नहीं हैं, एक सामान्य लड़की हैं। उन्हें किशोरी की उपाधि भी उनके गुरु पंडित गोविंद राम मिश्रा ने उनके भगवान श्री कृष्ण के प्रति प्रेम को देखते हुए उन्हें 'किशोरी जी' की उपाधि दी थी।

बी.कॉम तक पढ़ी हैं जया किशोरी

लोग जानना चाहते हैं कि किशोरी जी कितना पढ़ी-लिखी है? तो बता दें कि उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई श्री शिक्षणाटन कॉलेज और कोलकाता की महादेवी बिरला विश्व एकेडमी से की है। उसके बाद उन्होंने ओपन स्कूलिंग से बी.कॉम की पढ़ाई भी की थी। जया किशोरी पढ़ने-लिखने का शौक रखती हैं और मौका मिले तो वह आगे पढ़ाई करना जारी रखेंगी। 12वीं की पढ़ाई के समय श्रीमदभागवत कथा को याद कर लिया था।

रिपोर्ट्स की मानें तो जया किशोरी अपनी एक कथा के बदले में करीब 10 लाख रुपये फीस लेती हैं। फीस का आधा हिस्सा कथा से पहले और बाकी कथा होने के बाद लेती हैं।  खास बात ये है कि उनकी फीस का एक बड़ा हिस्सा नारायण सेवा संस्थान को दान कर दिया जाता है जो संस्था दिव्यांगों के लिए काम करती है। नारायण सेवा संस्थान द्वारा कई गौशालाएं भी चलाई जाती है।  रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी नेटवर्थ 1.5 से 2 करोड़ रुपये है। इसके अलावा जया किशोरी यूट्यूब वीडियो, मोटिवेशनल स्पीच, एल्बम से भी कमाई करती हैं।

सिंपल पहरावे में ही दिखती हैं जया किशोरी

जया किशोरी के सादे सिंपल पहरावे को भी लोग पसंद करते हैं। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह कटे-फटे डिजाइन के बजाए सिंपल अनारकली स्टाइल सूट पहनना  पसंद करती हैं उनके सूट के स्टाइल तो एक जैसे ही होते हैं बस फैब्रिक चेंज होता है। वह अपने सूट खुद सिलवाती हैं और उन्होंने 2-3 मास्टर फिक्स रखें हैं जो दिल्ली, मुंबई व कलकता में हैं। सूट के साथ सिंपल सी बिंदी और ईयररिंग्स पहनती हैंऔर उनका यही सादगी भरा अंदाज लोगों को पसंद आता है। 
 

Content Writer

Vandana