इंजीनियर बनते-बनते कैसे फिल्ममेकर बने यश चोपड़ा, अधूरी रह गई यह अंतिम इच्छा

punjabkesari.in Friday, Sep 27, 2019 - 05:26 PM (IST)

किंग ऑफ रोमांस कहे जाने वाले फेमस फिल्ममेकर यश चोपड़ा की आज बर्थ एनिवर्सरी हैं। यश चोपड़ा को बॉलीवुड के सुुपरहिट डायरेक्टर कहा जाता था। यश चोपड़ा का जन्म तो लाहौर में हुआ लेकिन बाद में उनका परिवार पंजाब आकर रहने लगा। वह इंजीनियर बनना चाहते थे जिसके लिए वह लंदन पढ़ाई करने भी गए लेकिन उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। फिल्मों में करियर बनाने के लिए वह बॉम्बे आ गए।

1959 में किया था अपना पहला निर्देशन 
उन्होंने 1959 में पहली फिल्म 'धूल का फूल' का निर्देशन किया था। कई सफल फिल्मों के बाद 1973 में उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी यशराज फिल्म्स की स्थापना की। यश चोपड़ा ने कई स्टार्स की किस्मत बनाई। अमिताभ बच्चन, शाहरूख खान को उन्होंने सुपरहिट फिल्मों में काम करने का मौका दिया।यश चोपड़ा ज्यादातर रोमांटिक फिल्में बनाते थे। उन्होंने पर्दे पर रोमांस और प्यार को नए मायने दिए। उनकी अंतिम फिल्म ‘जब तक है जान’ भी रोमांटिक फिल्म थी। 2012 में अपने 80वें जन्मदिन के मौके पर उन्होंने कहा था कि ये उनकी अंतिम फिल्म है और अब वो रिटायर होकर परिवार को वक्त देना चाहते हैं। यश चोपड़ा रिटायर तो हो गए लेकिन परिवार को वक्त नहीं दे पाए। 21 अक्टूबर, 2012 को डेंगू के चलते उनकी मौत हो गई।

पर्सनल लाइफ है थोड़ी सी अलग 

यश चोपड़ा की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उनकी पत्नी का नाम पामेला चोपड़ा है। इनके दो बेटे है आदित्य और उदय। आदित्य भी निर्देशक है जिन्होंने 2014 में रानी मुखर्जी से शादी की। वही उदय बॉलीवुड एक्टर है।यश चोपड़ा और मुमताज के प्यार के किस्से भी काफी चर्चा में रहे थे। लाखों दिलों की जान मुमताज यश चोपड़ा के प्यार में पागल थी। वही यश भी उन्हें बेहद पसंद करते थे। दोनों शादी भी करना चाहते थे। यश मुमताज के प्यार में इस तरह पागल थे कि उन्होंने अपनी फिल्म  'आदमी और इंसान' में सायरा बानो के अलावा मुमताज को भी कास्ट कर लिया था।

मुमताज से करना चाहते थे शादी 

सायरा बानो फिल्म में लीड रोल में थीं जबकि मुमताज साइड। यश चोपड़ा ने मुमताज का रोल को बढ़ा दिया और एक स्पेशल गाना भी उन्हें दे दिया, जबकि सायरा बानो उस फिल्म में कुछ खास नहीं कर पाईं। इस फिल्म के जरिए यश चोपड़ा ने मुमताज को साइड हीरोइन से लीड एक्ट्रेस बना दिया था।इस फिल्म के बाद दोनों का प्यार और गहरा हो गया। दोनों की बढ़ती नजदीकियां को देखकर यश चोपड़ा के बड़े भाई बी.आर. चोपड़ा रिश्ता लेकर मुमताज के घर गए लेकिन बात नहीं बनी। दरअसल, उस वक्त मुमताज का करियर अभी शुरू ही हुआ था और उनकी फैमिली शादी के लिए तैयार नहीं थी। वो नहीं चाहते थे कि मुमताज का ध्यान अपने करियर से भटके। इस तरह दोनों का रिश्ता खत्म हो गया।

पामेला सिंह से हुई शादी 

मुमताज अपने करियर पर ध्यान देने लगी और यश चोपड़ा ने पामेला सिंह से शादी कर ली। बता दें कि 2001 में यश चोपड़ा को भारत के सर्वोच्च सिनेमा सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था। वहीं, 2005 में उन्हें पद्‍म भूषण सम्मान मिला। फिल्मों की शूटिंग के लिए यश चोपड़ा को स्विट्‍जरलैंड सबसे ज्यादा पसंद था। स्विट्‍जरलैंड में उनके नाम पर एक सड़क भी है और एक ट्रेन भी चलाई गई है।

Content Writer

Priya dhir