सोते-सोते पैर की नस खिंच जाती है? ये रहे इसके 5 बड़े कारण और  इलाज

punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 10:51 AM (IST)

 नारी डेस्क:  अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि रात को सोते समय अचानक पैर की नस चढ़ जाती है  यानी मांसपेशी एकदम से खिंच जाती है और तेज़ दर्द होने लगता है। यह समस्या किसी को भी हो सकती है, चाहे वह युवा हो या बुजुर्ग। कई बार यह दर्द इतना तेज होता है कि नींद खुल जाती है और कुछ मिनटों तक चलने में भी दिक्कत होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? और इससे छुटकारा कैसे पाया जा सकता है? आइए, इस लेख में विस्तार से समझते हैं कि रात में नस चढ़ने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और इससे राहत पाने के आसान उपाय क्या हैं।

 नस चढ़ने का मतलब क्या होता है?

जब पैर की मांसपेशी अचानक सिकुड़ जाती है (जिसे मसल क्रैम्प कहा जाता है), तो उस स्थिति को आम भाषा में "नस चढ़ना" कहा जाता है। यह आमतौर पर पिंडली, जांघ या पैरों के पंजों में होता है। यह खिंचाव कुछ सेकंड्स से लेकर कुछ मिनटों तक रह सकता है।

रात में नस चढ़ने के कई कारण हो सकते हैं

 शरीर में पानी की कमी (Dehydration)

पानी हमारे शरीर की मूलभूत ज़रूरतों में से एक है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो रक्त का संचार प्रभावित होता है और मांसपेशियों को सही मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इसके कारण मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और ज़रा सा दबाव पड़ने पर सिकुड़ने लगती हैं, जिससे नस चढ़ने जैसी स्थिति बनती है। गर्मियों में ज्यादा पसीना निकलने या दिनभर कम पानी पीने से यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। इसलिए दिनभर थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीते रहना जरूरी है, भले ही प्यास न लगी हो।

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खनिजों की कमी (Mineral Deficiency)

हमारी मांसपेशियों के सही तरीके से काम करने के लिए कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे खनिजों की जरूरत होती है। जब शरीर में इन मिनरल्स की कमी हो जाती है, तो मांसपेशियों का संतुलन बिगड़ने लगता है और उनमें ऐंठन आना शुरू हो जाता है। खासकर जो लोग असंतुलित या डाइटिंग कर रहे हैं, उन्हें यह समस्या ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा ज़्यादा प्रोसेस्ड फूड खाने से भी शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते। ऐसे में नस चढ़ना शरीर का एक संकेत होता है कि उसे अंदर से पोषण की ज़रूरत है।

 ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में रहना

आज की जीवनशैली में लंबे समय तक बैठे रहना या खड़े रहना आम बात हो गई है, खासकर ऑफिस वर्कर्स और दुकानदारों के लिए। जब हम घंटों तक एक ही पोजिशन में रहते हैं, तो पैरों की मांसपेशियों पर लगातार दबाव बना रहता है और उनका लचीलापन कम हो जाता है। इसके कारण रात को जब शरीर आराम की स्थिति में जाता है, तब अचानक खिंचाव आ सकता है और नस चढ़ जाती है। खासकर अगर आप दिनभर की थकान के बाद बिना स्ट्रेचिंग के सीधे बिस्तर पर चले जाते हैं, तो यह समस्या और बढ़ सकती है।

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 रक्त संचार में रुकावट (Poor Blood Circulation)

शरीर में रक्त प्रवाह का अच्छा होना बेहद जरूरी है ताकि सभी अंगों को ऑक्सीजन और पोषण मिल सके। जब खून का संचार धीमा या अवरुद्ध हो जाता है जैसे कि तंग कपड़े पहनने से, गलत तरीके से बैठने या सोने से  तो मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती। इससे वे सिकुड़ जाती हैं और दर्दनाक ऐंठन का कारण बनती हैं। डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है, क्योंकि इन स्थितियों में खून का प्रवाह पहले से ही बाधित होता है।

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गर्भावस्था या बढ़ती उम्र

गर्भवती महिलाओं को अक्सर रात में पैरों की नस चढ़ने की शिकायत होती है। इसका कारण शरीर में तेजी से बदलता हार्मोन बैलेंस, बढ़ा हुआ वजन और शारीरिक पोषक तत्वों की अधिक मांग होती है। साथ ही, गर्भावस्था में ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर पड़ता है, जिससे नस चढ़ सकती है। वहीं बुजुर्गों में उम्र के साथ मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन दोनों कम हो जाते हैं। हड्डियों और जोड़ों की स्थिति भी बदल जाती है, जिससे वे नस चढ़ने जैसी समस्याओं के ज्यादा शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा बुजुर्गों को अक्सर मल्टीविटामिन्स या मिनरल्स की कमी भी होती है, जो इस समस्या को और बढ़ा सकती है।

 रात में नस चढ़ने से कैसे पाएं राहत?

अगर सोते समय पैर में नस चढ़ जाए तो इन उपायों से राहत मिल सकती है

प्रभावित जगह की हल्की मालिश करें: हल्के हाथों से तेल लगाकर मालिश करने से खून का प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशी धीरे-धीरे सामान्य हो जाती है।

 गर्म पानी की सिकाई करें: गर्म पानी या हीटिंग पैड से सिकाई करने से नस का खिंचाव कम होता है।

पैर को धीरे-धीरे स्ट्रेच करें: पैर की मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचने (stretch) से ऐंठन में राहत मिलती है। पैर की उंगलियों को अपनी ओर खींचने की कोशिश करें।

 चलने की कोशिश करें: अगर बहुत ज्यादा दर्द नहीं है, तो धीरे-धीरे चलने की कोशिश करें। इससे खून का प्रवाह बेहतर होगा।

 नस चढ़ने से बचाव के उपाय

 दिनभर पर्याप्त पानी पिएं: हाइड्रेटेड रहना बेहद जरूरी है, खासकर गर्मियों में।

संतुलित आहार लें: खाने में केले, दूध, हरी सब्ज़ियां, दही, बादाम, नारियल पानी जैसे मिनरल्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें।

सोने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग करें: सोने से पहले कुछ मिनटों की स्ट्रेचिंग मांसपेशियों को रिलैक्स करती है।

आरामदायक बिस्तर और तकिया इस्तेमाल करें: गलत मुद्रा में सोना या बहुत सख्त गद्दा भी मांसपेशियों पर असर डाल सकता है।

डॉक्टर से सलाह लें: अगर यह समस्या बार-बार हो रही है तो यह शरीर में किसी बड़ी कमी या स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।

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रात में पैर की नस चढ़ना आम समस्या है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सही जीवनशैली, संतुलित आहार और थोड़ी सावधानी से इस तकलीफ से राहत पाई जा सकती है। अगर समस्या गंभीर हो तो विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे बेहतर रहेगा।
 


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Content Editor

Priya Yadav

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