जानें, ब्लड प्रेशर लो होने पर कैसे करें बच्चे की देखभाल

punjabkesari.in Monday, Feb 12, 2018 - 11:05 AM (IST)

लो ब्लड प्रैशर को कंट्रोल : लो ब्लड प्रैशर की समस्या पहले केवल बड़े बुजुर्गों को ही होती थी। मगर आजकल यह छोटे बच्चों में देखने को मिल रही है। बड़े तो अपनी समस्या को बोल कर बता सकते हैं लेकिन छोटे बच्चे की परेशानियों को समझना थोड़ा मुश्किल होता है। एेसे में माता- पिता की जिम्मेदारी बनती है कि लो ब्लड प्रेशर के कारणों को जानें कर बच्चों को इससे बचाएं। बच्चों में निम्न रक्तचाप के कई कारण हो सकते हैं। आज हम आपको उन्हीं कारणों और लक्षणों के बारे में बताएंगे। इनको जानकर आप बच्चों को इस बीमारी से बचा सकते हैं।

 

ब्लड प्रैशर लो होने के कारण
1. बच्चे को किसी तरह का इंफेक्शन होना
2. बच्चे की मां द्वार प्रेगनेंसी में खाई गई दवाइयां


3. बच्चे का जरूरत से ज्यादा कमजोर होना
4. श्वसन संबंधी परेशानियां 
5. प्रसव के दौरान मां का ज्यादा खून बहना
6. अचानक नवजात के माहौल में आया परिवर्तन 
7. मां का ब्लड प्रैशर लो होना भी एक कारण हो सकता है

 

लो बीपी के लक्षण
1. सांस लेने की गति तेज होना
2. बुखार आना 


3. बच्चे के हाथ -पैर ठंडे पडना
4. आंखे लाल होना
5. त्वचा का पीला पड़ना
जब भी बच्चे में एेसे लक्षण दिखाई दें तो इन्हें नजरअदांज न करें।

 

लो ब्लड प्रेशर का उपचार
बच्चे का ब्लड प्रैशर लो होने की स्थिति में उसको तुंरत डॉक्टर के पास ले कर जाएं। खुद से बच्चे का कोई चीज खाने को न दें। एेसा करने से उसकी तबीयत और खराब हो सकती है। बच्चे को निम्न रक्तचाप से बचाने के लिए डॉक्टर्स की देखरेख में ही रखना चाहिए, जिससे उसको होने वाले अन्य संक्रमण और बीमारी से बचाया जा सकता है। 

 

मां का ब्लड प्रैशर सही रखें की कोशिश करें


बच्चे को बीमारियां उसकी मां से ही लगती हैं। मां जितनी स्वस्थ और सेहतमंद होगी बच्चा भी उतना ही हष्ट-पुष्ट होगा। प्रेगनेंसी के पहले तीन हफ्तों में लो ब्लड प्रैशर की समस्या होती है। इस दौरान मॉर्निंग सिकनेस और वोमिटिंग हो सकती है। अगर आपको भी एेसे लक्षण दिखाई दें तो तुंरत डॉक्टर से चैकअप करवाएं। इस बात का खास ख्याल रखें कि आप स्वस्थ रहेंगी तो बच्चा भी हैल्दी पैदा होगी। खुद में किसी भी तरह के पोषक तत्वों की कमी न होने दें।

 

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