ब्रेस्टफीडिंग या गाय का दूध ? बाल रोग विशेषज्ञ से जानें छोटे बच्चों के लिए क्या है बेहतर
punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 07:18 PM (IST)

नारी डेस्क: मां का दूध (Breastfeeding) और गाय का दूध (Cow’s milk) बच्चों की ग्रोथ और हेल्थ में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन किस उम्र में क्या देना सही है, इस पर बाल रोग विशेषज्ञों की स्पष्ट गाइडलाइन्स हैं। बाल रोग विशेषज्ञों की मानें तो पहले 6 महीने सिर्फ मां का दूध, 1 साल तक गाय का दूध नहीं और उसके बाद संतुलित मात्रा में देना ही बच्चे की सेहत के लिए सबसे अच्छा है।
शिशु (0–6 महीने)
सिर्फ मां का दूध देना सबसे अच्छा है। इस समय गाय का दूध या फार्मूला मिल्क देने की जरूरत नहीं होती। मां का दूध इम्युनिटी बढ़ाता है, पाचन आसान करता है और दिमागी विकास में मदद करता है।
शिशु (6–12 महीने)
6 महीने बाद सॉलिड फूड्स शुरू किए जा सकते हैं, लेकिन मां का दूध अब भी ज़रूरी है। इस उम्र तक गाय का दूध नहीं देना चाहिए, क्योंकि इसमें ज्यादा प्रोटीन और मिनरल्स होते हैं जो शिशु की किडनी पर बोझ डाल सकते हैं।अगर मां का दूध उपलब्ध न हो, तो डॉक्टर की सलाह पर इंफैंट फार्मूला इस्तेमाल किया जा सकता है।
टॉडलर्स (1–2 साल)
अब बच्चे को धीरे-धीरे गाय का दूध दिया जा सकता है। रोज़ाना 400–500 ml (लगभग 2 कप) दूध पर्याप्त है। साथ ही, बच्चे को बैलेंस्ड डाइट जैसे फल, सब्जियां, अनाज और दालें भी ज़रूरी हैं।
छोटे बच्चे (2–5 साल)
इस उम्र में गाय का दूध कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन D का अच्छा स्रोत है। लेकिन दूध के साथ-साथ ठोस भोजन ज़्यादा महत्वपूर्ण है। रोज़ाना 1–2 गिलास दूध देना ठीक है।
याद रखने योग्य बातें
-मां का दूध पहला और सबसे सुरक्षित विकल्प है।
-गाय का दूध 1 साल से पहले नहीं देना चाहिए।
-अगर बच्चा दूध नहीं पीता, तो कैल्शियम और प्रोटीन की पूर्ति दही, पनीर और हरी सब्जियों से की जा सकती है।
-हर बच्चा अलग होता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।