मुमताज़ से शम्मी करते थे बेहद प्यार लेकिन एक शर्त की वजह से नहीं हो पाया दोनों का मिलन
punjabkesari.in Monday, Oct 21, 2019 - 05:06 PM (IST)
भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार शम्मी कपूर को भला कौन नहीं जानता। उनके दमदार किरदार और डांस का अलग अंदाज आज भी लोगों के जहन में आता है। उनके गानों पर लोग आज भी थिरकते हैं। बता दें कि बॉलीवुड अभिनेताओं के डांस करने के चलन की शुरुआत करने वाले शम्मी कपूर आज ही के दिन जन्में थे। चलिए उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनके करियर और पर्सनल लाइफ से जुड़ी ऐसी बातें जो आपको नहीं पता होंगी।
शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को मुंबई में हुआ था मगर 14 अगस्त 2011 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। शम्मी कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के महान अभिनेता थे। उनकी मां का नाम रामशरणी कपूर था। पृथ्वीरज कपूर ने जन्म के वक्त शम्मी कपूर का नाम 'शमशेर राज कपूर' रखा था। शम्मी का बचपन भी फिल्मी माहौल में गुजरा और उनको म्यूजिक का शौक भी बचपन से ही था। जब वह बचपन में थियेटर में अपने पिता के साथ टूर पर जाया करते थे तो छतों पर चांद को देखते हुए बजते म्यूजिक को एक्सप्रेशन देते थे।
साल 1953 में रिलीज फिल्म 'जीवन ज्योति' से शम्मी कपूर ने बतौर अभिनेता फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। करियर के शुरूआती दिनों में अपनी खास पहचान बनाने के लिए शम्मी नेे काफी स्ट्रगल किया। इस दौरान उन्हें जो भी रोल मिला, उसे बखूबी निभाया। मगर उनको असल पहचान निर्देशक नासिर हुसैन की साल 1957 में आई फिल्म 'तुमसा नहीं देखा' से मिली। शम्मी कपूर ने अपने 5 दशक के लंबे करियर में लगभग 200 फिल्मों में काम किया जिन्हें आज भी लोग देखना पसंद करते है।
अब बात करते है उनकी पर्सनल लाइफ की...शम्मी कपूर उस दौर की खूबसूरत अदाकारा मुमताज पर अपना दिल हार बैठे थे। उस वक्त मुमताज महज 18 साल की थी, जब शम्मी ने उनके सामने शादी का प्रपोजल रखा। हालांकि मुमताज भी शम्मी को प्यार करती थी लेकिन शम्मी चाहते थे कि मुमताज अपने फिल्मी करियर को छोड़कर उनसे शादी कर लें क्योंकि तब कपूर खानदान की बहुएं फ़िल्मों में काम नहीं कर सकती थीं। मगर मुमताज को यह बात मंजूर नहीं थी और उन्होंने शादी करने से इंकार कर दिया।
इसके बाद शम्मी की लवस्टोरी गीता बाली के साथ शुरू हुई। एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म 'रंगीन रातें' की शूटिंग के दौरान दोनों में प्यार हुआ। उसी दौरान शम्मी कपूर ने गीता को प्रपोज किया और गीता उन्हें मना करती रहीं मगर आखिर में दोनों ने एक फैसला लिया गया और वहां से तुरंत आकर अगस्त 1955 में दोनों ने शादी कर ली। कहा जाता है गीता बाली ने शम्मी कपूर से लव मैरिज की थी क्योंकि शम्मी कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर और गीता बाली के परिजन इस शादी के खिलाफ थे इस वजह से दोनों ने चुपचाप मंदिर में फेरे ले लिए थे लेकिन, 1965 में चेचक की वजह से गीता बाली की मृत्यु हो गई जिसका शम्मी को गहरा झटका लगा।
पहली पत्नी की मौत के बाद घर वालों ने शम्मी कपूर पर दूसरी शादी का दबाव बनाया ताकि शम्मी के दो छोटे बच्चों का मां का प्यार मिल सके। बच्चों के खातिर शम्मी मान गए और राजशाही परिवार की बेटी नीला देवी से शादी कर ली लेकिन शम्मी ने शादी से पहले नीला के सामने एक शर्त रखी कि वह मां नहीं बनेंगी, उन्हें गीता के बच्चों को ही पालना होगा। नीला देवी ने शम्मी की इस शर्त को मान लिया और ताउम्र मां नहीं बनी। साल 2010 में एक इंटरव्यू में शम्मी कपूर ने अपनी दूसरी पत्नी नीला देवी के बारे में कहा था कि वो मेरे साथ हमेशा खड़ी रही। पूरी जिंदगी मुझपर कुर्बान कर दी। मेरे बच्चों का अपने बच्चों की तरह ख्याल रखा।
शम्मी की पर्सनल लाइफ किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी, मगर आपको हमारा यह पैकेज कैसा लगा कमेंट बॉक्स में बताना ना भूलें।