मान है बेटियों पर! मिलिए भारतीय मूल की भव्या लाल से, जो संभालेगी NASA की कमान
punjabkesari.in Thursday, Feb 04, 2021 - 03:01 PM (IST)
महिलाओं और लड़कियों को लेकर अब लोगों की और समाज की सोच बदल रही है। पहले लोग अपनी बेटी और बेटे में अंतर करते थे हालांकि कईं जगहों पर आज भी यह अंतर होता है लेकिन समय के साथ लड़कियों ने अपनी सफलता से लोगों को यह दिखा दिया कि वह किसी से कम नहीं है। भारत की बेटियां न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों तक हमारा नाम रोशन कर रही है। वहीं अब एक और बेटी ने हमारे देश का नाम रोशन करते हुए एक उपलब्धि पाई है।
NASA की कार्यकारी प्रमुख बनीं भव्या
हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उसका नाम है भव्या लाल जो अंतरिक्ष एजेंसी नासा में कार्यकारी प्रमुख (Acting chief) चुनी गई हैं। आपको बता दें कि भव्या को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस अहम जिम्मेदारी के लिए चुना है। मूल रूप से भव्या स्पेस साइंटिस्ट हैं इतना ही नहीं वह बाइडेन की ट्रांजिशन टीम में भी रह चुकी हैं।
रह चुकी हैं रिसर्चर
नासा जैसी एजेंसी के साथ काम करने के लिए आपको काफी ज्ञान होना चाहिए। बात भव्या की करें तो वह 2005 से 2020 तक साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी इंस्टीट्यूट (STPI) के डिफेंस एनालिसिस विंग में मेंबर और रिसर्चर रही हैं और साथ ही उनके पास इंजीनियरिंग और स्पेस टेक्नोलॉजी का भी अनुभव है।
देंगी ये सेवाएं
आपको बता दें कि भारतीय मूल की भव्या लाल एजेंसी में बजट और फाइनेंस पर सीनियर एडवाइजर के तौर पर अपनी सेवाएं देंगी। बात अगर उनकी पढ़ाई की करें तो भव्या ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से न्यूक्लियर इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस, और मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री है। मिली जानकारी के मुताबिक भव्या ने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है।
दे चुकी हैं कईं सेवाएं
भव्या आज अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक जाना माना नाम है। वह पांच नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस समितियों की अध्यक्षता और सह-अध्यक्षता कर चुकी हैं इसके साथ ही वह नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन फेडरल एडवाइजरी कमेटी ऑन कमर्शियल रिमोट सेंसिंग पर लगातार दो बार अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वह नासा के इनोवेटिव एडवांस्ड कॉन्सेप्ट्स प्रोग्राम और नासा एडवाइजरी काउंसिल की टेक्नोलॉजी, इनोवेशन एंड इंजीनियरिंग एडवाइजरी कमेटी की एक्सटर्नल काउंसिल मेंबर भी रह चुकी हैं। भव्या ने स्मिथसोनियन नेशनल एयर एंड स्पेस म्यूजियम के साथ स्पेस हिस्ट्री और पॉलिसी पर भी कई सेमिनार और इवेंट्स आयोजित किए हैं। स्पेस सेक्टर में भव्या के योगदान के लिए उन्हें इंटरनेशनल अकेदमी ऑफ एस्ट्रोनॉट्स के एक मेंबर के रूप में चुना जा चुका है।
अब तक पब्लिश कर चुकीं 50 से ज्यादा पेपर
भव्या अब तक 50 से ज्यादा पेपर पब्लिश कर चुकी हैं। 5 नेशनल अकादमी ऑफ साइंसिज, इंजीनियरिंग और मेडिसिन (NASEM) कमेटी में भी काम किया है।
सच में यह हम सब भारतीयों के लिए एक मान वाली बात है कि देश का नाम लड़कियां विदेशों तक रोशन कर रही हैं।