जानें कितनी तरह का होता है बैली फैट? इन तरीकों से करें कम

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 03:12 PM (IST)

आज के समय में बैली फैट से हर दूसरा व्यक्ति परेशान है। इस परेशानी में पेट और उसके निचले हिस्से में बहुत अधिक चर्बी जमा हो जाती है। ऐेसे में शरीर बेडोल और बुरा दिखाई देने लगता है। इसे समय रहते कम न करने पर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल से संबंधित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है। 

बैली फैट की परेशानी को मानसिक तनाव से भी जोड़ा जा सकता है। इसके कारण हमारे शरीर पर गहरा व बुरा प्रभाव पड़ता है। असल में लोग अपने पेट के पास जमा चर्बी को कम करने के लिए बहुत सी कोशिशें करते हैं। मगर इसे कम न करने पर वे तनाव में आने लगते हैं। ऐसे में इसे कम करने से पहले यह जानना जरूरी है कि यह असल में कितनी तरह का होता है। तब ही इसे कम किया जा सकता है। तो चलिए हम आपको बैली फैट की टाइप्स बताकर इसे कम करने के बारे में बताते हैं...

यहां आपको बता दें, असल में बैली फैट 5 तरह के होते है। तो चलिए है बैली फैट को कम करने के तरीकों के बारे...

 

पोस्टपार्टम बैली 

अक्सर डिलिवरी के बाद बॉडी के निचले भाग पर बहुत सी महिलाओं को अत्याधिक फैट जमा होने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

कैसे करें कम?

इसतरह का फैट को कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना बेस्ट ऑप्शन है। इसके अलावा बॉडी मसाज के जरिए भी इसे कम किया जा सकता है। मगर इन दोनों कामों को उतना ही करें जितना आपकी बॉडी सहन कर सकें। असल में बच्चे की डिलिवरी के बाद मां का शरीर बहुत ही कमजोर हो जाता है। ऐेसे में उसे अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। साथ ही जिन महिलाओं की डिलिवरी ऑपरेशन के द्वारा हुई हो उन्हें किसी भी तरह की एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। 

अल्कोहल बैली

जैसे कि नाम से पता चल रहा है कि इस तरह के बैली फैट उन लोगों को होता है जो भारी मात्रा में अल्कोहल का सेवन करते है। असल में, वायन, शराब, बियर आदि ड्रिंक्स में भारी मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। इसके अत्याधिक सेवन से पाचन तंत्र कमजोर होने के साथ यह शरीर के निचले भाग में प्रभाव डालता है। इसके कारण शरीर में मोटापा आने लगता है। साथ ही इसके कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जिससे दिल से संबंधित बीमारियों के होने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। 

कैसे करें कम?

इसके लिए अल्कोहल का सेवन बंद कर डाइट में हरी सब्जियां और ताजे फलों को शामिल करें। साथ ही रोजाना पेल्विक एरिया से जुड़ी एक्सरसाइज करें। 

हार्मोनल बैली 

आज के समय में बहुत सी महिलाएं पीसीओडी की परेशानी से जुझ रही हैं। ऐसी स्थिति में शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजिस होेते हैं। इस बदलाव के कारण ही कई हार्मोन्स बढ़ या कम हो जाते हैं। ऐसे में कई लोगों को पेट पर चर्बी जमा होने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

कैसे करें कम?

ऐसे में अपने हार्मोनल लेवल को सही करने के लिए अपनी डाइट में कुछ बदलाव लाने की जरूरत होती है। इसके लिए आप  डॉक्टर या डायटिशियन की सलाह लेकर उनसे अपनी हैल्थ के मुताबिक डाइट चार्ट बनवा सकते हैं। ऐसे में इस डाइट चार्ट को फॉलो कर आप जल्दी ही इस परेशानी को दूर कर सकते हैं।

ब्लोटेड बैली 

पाचन संबंधित मुश्किलें आने पर पेट फूलने लगता है। इसी को ब्लोटेड बेली कहते है। 

कैसे करें कम?

इस तरह के फैट को कम करने के लिए प्रोबायोटिक फूड्स यानि दही, मिसो सूप, ब्रोेकली, खट्टी गोभी, पनीर आदि का सेवन करें। साथ ही रोजाना 7-8 गिलास पानी पीएं। आप इसे रोजाना सुबह रनिंग या कार्डियो एक्सरसाइज करके भी कम कर सकते है। इससे शरीर पर जमा फैट कम होने के साथ एनर्जी लेवल बूस्ट होने में मदद मिलेगी। 

स्ट्रेस बैली 

ज्यादा चिंता व टेंशन लेने से भी बहुत से लोग जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं। उनकी इस आदत के कारण बैली फैट तेजी से बढ़ने लगता है। इसके अलावा पूरी नींद न लेना भी बैली फैट को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में शरीर की कोई शेप न बनने पर बेडोल और बुरा दिखाई देने लगता है। 

कैसे करें कम?

इसके कम करने के लिए चिंता करने से बचें। साथ ही 7-8 घंटों की पूरी नींद लें। इसके अलावा डाइट में कैफिन, जंक फूड, मसालेदान भोजन, नमक का प्रयोग कम करें। साथ ही रोजाना सुबह खुली हवा में बैठ कर योगा, मेडिटेशन, एक्सरसाइज करें। इसके साथ आप सैर, कार्डियो और एरोबिक स्टाइल की एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। इससे आपका बैली फैट कम होने में मदद मिलेगी। 

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neetu