Parents Alert! कोरोना से संक्रमित बच्चो को घेरे में ले रही यह गंभीर बीमारी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 01:41 PM (IST)

कोरोना का कहर तेजी से बढ़ने के साथ मौसम के बदलने से होने वाली सर्दी- जुकाम के चलते बच्चे सर्दी- जुकाम के शिकार हो रहें हैं। वैसे तो सर्दी- जुकाम होना एक साधारण सी बात है मगर कोरोना के लक्षण इससे मिलते- जुलते होने के कारण इस वायरस के होने का डर रहता है। इसके कारण जिन घरों छोटे बच्चे है उनके पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर काफी डरने व चिंतित है। बच्चे को थोड़ा सा जुकाम होने पर भी उन्हें कोरोना होने का डर सताने लगता है। मगर इस जानलेवा बीमारी के चलते बच्चे में एक नई बीमारी देखने को मिल रही है। इस बीमारी का नाम मल्टी-सिस्टम इंफ्लामेटरी सिंड्रोम है। तो चलिए इस बीमारी के लक्षण व बचने के उपाय...


कोरोना वायरस की बात करें तो बच्चों को लेकर अभी ज्यादा केस देखने को नहीं मिले हैं। ऐसे में  यह बच्चों पर अपना असर किस हद तक छोड़ता है इसके बारे में अभी अच्छे से रिसर्च नहीं हुई है। मगर बच्चों में मल्टी-सिस्टम सिंड्रोम होने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। यह बीमारी बच्चे को कोराना वायरस की चपेट में आने के बाद ही होती है। ऐसे में इस बीमारी को काफी गंभीर व जानलेवा कहा जाता सकता है।


कैसै जानें बच्चे को सिर्फ जुकाम है या कोराना वायरस?

 

बच्चे में पाएं जाने वाले लक्षणों पर विशेष ध्यान दें

बच्चे की सेहत के प्रति सजग रहने के लिए पेरेंट्स को बच्चे में होने वाले बदलावों पर ध्यान देने की जरूरत है। अब जैसे कि सभी जानते ही है कि कोरोना वायरस और आम सर्दी- जुकाम में एक जैसे लक्षण देखने को मिलते है। ऐसे में अगर बच्चे को चीज का स्वाद न आना, तेज बुखार, जुकाम होने की परेशानी पर कोरोना का खतरा हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। मगर कहीं आम सर्दी- जुकाम की तरह बच्चे को जुकाम है तो ऐसे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। मगर फिर भी बच्चे की सेहत का ध्यान रखें। 

बच्चे का कोरोना टेस्ट करवाएं

जैसे कि सभी जानते ही हैं कि कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा हैं। इसलिए बच्चे में किसी भी तरह का कोई लक्षण नजर आने पर बिना देरी किए उसका कोरोना टेस्ट करवाएं। 

मल्टी-सिस्टम इंफ्लामेटरी सिंड्रोम होने पर बच्चों में पाएं जाने वाले लक्षण...

- तेज और लगातार बुखार रहना। 
- पेट में निरंतर दर्द रहना। 
- आंखों का लाल होना।  
- शरीर पर चकत्ते पड़ना। 
- होंठों को पूरी नमी न मिलने से ड्राई होकर फटना और लाल होना 
- बिना कोई काम किए ही शरीर में दर्द व थकान रहना। 
- हाथों व पैरों में सूजन की शिकायत होना
- उल्टी, मतली व चक्कर आना।

मल्टी-सिस्टम इंफ्लामेटरी सिंड्रोम से बचने के उपाय...

- बच्चे को साफ-सफाई का ध्यान रखना सिखाए। 
- उसे बार-बार हाथ धोने के बारे में बताए। 
- मास्क पहनने और सोषल डिसटेंसिंग का पालन करना सिखाए। 
- खाने में पौष्टिक व संतुलित चीजें दें। 
- ताजे फलों व सब्जियों का जूस पीनाे की आदत डालें।
- ड्राई फ्रूट्स खिलाए। 
- बाहर के जंक व ऑयली फूड खाने को न दें। 
- बच्चे के अंदर प्रोटीन व कैल्शियम की कमी न होने पाए इसके लिए उसे डेयरी प्रोडक्ट्स अधिक खिलाए।
- सोने और जागने का टाइन टेबल सेट करें। 
- दिनभर एक जगह बैठने की आदत छुड़वाकर बच्चे को थोड़ी देर के लिए हल्की- फल्की एक्सरसाइज, योगा या सैर करनी की आदत डालें। 
- ज्यादा गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लें।

 

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neetu