World Brain Tumor Day: सिरदर्द के अलावा इन 10 लक्षणों को ना करें इग्नोर, ब्रेन ट्यूमर के हैं संकेत

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 04:31 PM (IST)

आज दुनियाभर में 'वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे' सेलिब्रेट किया जा रहा है, जिसका मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना है। ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसका अगर समय रहते इलाज ना किया जाए तो 9 महीने या एक साल के भीतर ही मरीज की जान भी जा सकती हैं। शोध के अनुसार, हर साल 40 से 50 लाख लोगों को ब्रेन ट्यूमर होता है, जिसमें से 20% बच्चे हैं। हालांकि अगर समय रहते इसका इलाज करवाया जाए तो व्यक्ति की जान बचाई भी जा सकती है क्योंकि यह बीमारी लाइलाज नहीं है।

 

क्या है ब्रेन ट्यूमर?

ब्रेन ट्यूमर में दिमाग में बहुत से सेल्स या कोई एक सेल असामान्य रूप से बढ़ने लगता है। इसमें नए सेल्स बनते रहते हैं लेकिन पुराने सेल्स खत्‍म नहीं होते है। धीरे-धीरे सेल्स और टिश्यु की एक गांठ बन जाती है, जिसे ट्यूमर कहा जाता है।

दो तरह के होते हैं ब्रेन ट्यूमर

ब्रेन ट्यूमर के 120 से अधिक प्रकार हैं लेकिन इसे दो हिस्सों में बांटा जाता है प्राइमरी और सेकंडरी ब्रेन ट्यूमर। हर ट्यूमर के लक्षण अलग-अलग होते हैं, जो कैंसरयुक्‍त और गैर-कैंसरयुक्‍त भी हो सकता है। प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर सिर्फ ब्रेन के उसी हिस्से में बढ़ता है, जिसमें शुरू होता है। वहीं सेकंडरी ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत ब्रेन एक हिस्से में होती है, जो धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्से जैसे- फेफड़े, ब्रेस्ट, किडनी, स्किन आदि में भी फैलने लगता है।

चलिए अब हम आपको इस बीमारी के कुछ शुरूआती लक्षण बताते हैं, जिसे पहचानकर आप समय रहते इसका इलाज करवा सकते हैं।

बार-बार सिरदर्द

बहुत से  लोग बार-बार होने वाले सिरदर्द को माइग्रेन समझ लेते हैं और उसे अनदेखा कर देते हैं लेकिन यह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है। अगर सिरदर्द के साथ चक्कर या धुंधला दिखाई देने जैसे संकेत दिखे तो एक बार चेकअप करवा लें।

याददाश्त कमजोर होना 

ब्रेन ट्यूमर के होने पर दिमाग के सोचने और समझने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है। इससे यादाशत कमजोर हो जाती है और मरीज छोटी-छोटी व रोजमर्रा की बातों का भी भूलने लगता है।

मुंह में अकड़न आना

दिमाग के कोशिकाएं शरीर के हर अंग से जुड़ी होती है। जब ब्रेन में ट्यूमर होता है तो कैंसर कोशिकाएं जिस भी अंगों के आसपास से गुजरती है, वो प्रभावित हो जाता है। ऐसे में मुंह में अकड़न, दर्द या आवाज बंद होना जैसी समस्याएं हो सकती है इसलिए इसे नजरअंदाज ना करें।

दौरे पड़ना

ट्यूमर के कारण मरीज को दौरे या झटके लगने भी शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं, इससे मरीज का स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है।

उल्टी आना

अगर सिरदर्द के साथ उल्टियां आनी शुरू हो जाए या कुछ भी खाने-पीने का मन ना करें तो ब्रेन ट्यूमर का चेकअप करवाएं।

वजन बढ़ना या कम होना

इस बीमारी के कारण वजन अचानक बढ़ना या कम होना शुरू हो जाता है। अगर बिना किसी डाइट या एक्सरसाइज के आपका वजन घट रहा है या बढ़ रहा है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

पैरालिसिस जैसा महसूस होना

इसके कारण कई बार शरीर के अंगों से दिमाग का कंट्रोल हट जाता है, जिसके कारण संवेदना महसूस नहीं होती। ऐसे में रोगी पैरालिसिस जैसा महसूस करता है और शरीर के अंगों को हिला नहीं पाता। हालांकि यह स्थिति तभी आती है, जब व्यक्ति के दिमाग के पैराइटल लोब पर ट्यूमर हो।

चिड़चिड़ापन

इसके कारण व्यक्ति के स्वभाव में भी काफी बदलाव आता है और वो चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे में अगर व्यक्ति का व्यवहार अचानक बदलने लगता है तो उसे एक बार चेकअप जरूर करवा लेना चाहिए।

सुनने में समस्या होना

अगर ट्यूमर टैंपोरल लोब तक पहुंच जाए तो इसके कारण बोलने और सुनने में परेशानी भी हो सकती है। कई बार इसके कारण कान फटने जैसा महसूस होता है।

Content Writer

Anjali Rajput