कोरोना वायरस के बाद अब फैल रहा Lassa Fever, जानिए क्या है इसके लक्षण और बचाव

punjabkesari.in Wednesday, Mar 02, 2022 - 10:26 AM (IST)

पहले से ही कोविड -19 महामारी से त्रस्त दुनिया में एक नए वायरस ने लोगों में चिंता पैदा करना शुरू कर दिया है।  यूनाइटेड किंगडम में कम से कम तीन व्यक्तियों में 'लासा बुखार' पाया गया जो इसी वायरस से हो सकता है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि इसमें "महामारी की संभावना" है। 1980 के दशक से ब्रिटेन में लासा बुखार के आठ मामले सामने आए हैं, जिनमें से आखिरी दो 2009 में आए थे। इस बीच, नाइजीरिया में जनवरी में लासा वायरस के कारण होने वाली गंभीर बीमारी से 40 लोगों की मौत हो गई।

लासा बुखार क्या है?

जैसे इबोला वायरस, डेंगू वायरस होते हैं ये उन्हीं टाइप की फैमिली में आता है। WHO का कहना है कि लासा फीवर या लासा वायरस (Lassa Virus) 2-21 दिनों की अवधि की एक तीव्र वायरल रक्तस्रावी बीमारी है, जो मनुष्यों में भोजन या घरेलू वस्तुओं के संपर्क में आने से फैलता है। वहीं, सीडीसी के मुताबिक, यह एक पशु-जनित, जूनोटिक या तीव्र वायरल बीमारी है।

क्या यह घातक है?

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि लासा बुखार के गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती मरीजों में मृत्यु दर 15% है, जबकि इससे मृत्यु दर 1% है। लासा बुखार बेनिन, घाना, गिनी, लाइबेरिया, माली, सिएरा लियोन और नाइजीरिया में एक स्थानिकमारी वाला माना जाता है लेकिन शायद अन्य पश्चिम अफ्रीकी देशों में भी मौजूद है।

कैसे फैलता है लासा फीवर?

यह वायरस चूहों के मल के संपर्क में आने से फैल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, लासा वायरस वाले चूहे आमतौर पर अफ्रीका में पाए जाते हैं। वहीं, अगर कोई इंसान इस वायरस से इंफेक्टेड है तो उसके तौलिया, पसीने, ब्लेड वगैरह से यह इंफेक्शन स्वस्थ व्यक्ति में पहुंच सकता है।

लासा वायरस संक्रमण के लक्षण क्या हैं?

• 60% से 70% मामलों में खांसी-जुकाम, बुखार, कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देंगे
• 20% से 30% मामलों में ब्लीडिंग, डेंगू जैसे लक्षण दिखते हैं
• सांस लेने में दिक्कत, कंपकंपी, मस्तिष्क की सूजन
• नाक या मुंह से खून निकलना, खून वाला मल, प्लेटलेट कम होना भी इसके लक्षण है
• कुछ दिनों बाद, सिरदर्द, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, सीने में दर्द, मतली, उल्टी, दस्त, खांसी, और पेट में दर्द हो सकता है।
• गंभीर मामलों में चेहरे पर सूजन, मुंह, नाक, योनि से रक्तस्राव होना और ब्लड प्रेशर कम होना जैसे लक्षण विकसित हो सकते हैं।

ज्यादातर मामलों में इसके लक्षण सामान्य इन्फ्लूएंजा या कोविड से मिलते-जलते होते हैं

उपचार क्या हैं?

अगर समय पर एंटी-वायरल दवा दी जाए तो इसके जोखिम को काफी हद तक कम या खत्म किया जा सकता है। मगर, फिलहाल लासा बुखार से बचाव के लिए कोई टीका नहीं है।

लासा वायरस से बचाव के लिए क्या करें?

- चूंकि यह चूहों के संपर्क से होता है इसलिए इन्हें घर से दूर रखें।
- घर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
- अगर कोई इस वायरस से इन्फेक्टेड है उसे आइसोलेशन कर दें।
- मरीज के कपड़े, तौलिए, चादर आदि अलग रखें।

Content Writer

Anjali Rajput