बच्चे क्यों हो रहे हैं तेजी से मोटापे का शिकार? जानिए 3 बड़े कारण

punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2019 - 04:05 PM (IST)

भारतीय बच्चों में मोटापे की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। दिल्ली और तेलंगाना के बच्चों में मोटापा सबसे अधिक देखा जा रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के एक शोध के मुताबिक दिल्ली का लगभग हर चौथा बच्चा मोटापे का शिकार है।

क्यों हो रहे हैं बच्चे मोटापे का शिकार ?

एक्सरसाइज में कमी

मानसिक तनाव के चलते बच्चे जरुरत से ज्यादा खा लेते हैं। आजकल पढ़ाई और अन्य एक्टीविटीज के चलते बच्चे सही समय और सही खाना नहीं खाते। जिस वजह से गलत खान-पान के चलते वे मोटापे का शिकार बन जाते हैं।

फास्टफूड की बढ़ती मांग

फास्टफूड आजकल घर-घर का फूड आइटम बन चुका है। आजकल लोग पौष्टिक आहार को कम अहमियत देने लगे हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को जंक फूड खाने का बहाना चाहिए। जंक फूड में 90 प्रतिशत फैट होने की वजह से इसका सेवन करने वाले मोटापे का शिकार हो जाते हैं।

खेल-कूद में कमी

आजकल ज्यादातर बच्चे अपना वक्त टी.वी. देखते हुए बिताते हैं। पढ़ाई के बढ़ते स्ट्रेस के चलते बच्चों को खेलने-कूदने का वक्त भी काफी कम मिलता है। जिस वजह से वे मोटापे का शिकार होते चले जाते हैं।

बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए कुछ असरदार टिप्स

कैलोरी इनटेक करें कम

मोटापा तब होता है, जब आप कैलोरीज़ बैलेंस नहीं कर पाते। यानि जितनी कैलोरीज़ आप लेते हैं, अगर उतनी इस्तेमाल नहीं होतीं, तो मोटापा बढ़ता है। एक्टिविटी को बढाएं और कैलोरी इनटेक को कम करें।

पेरेंट्स खुद से करें शुरुआत

अगर बच्चा मोटापे का शिकार हो रहा है, तो आपको उसे समझाने से पहले खुद पर कंट्रोल करना सीखना चाहिए। अगर आप हेल्दी डाइट फॉलो करेंगे तो आपका बच्चा भी उसे ही जरुर फॉलो करेगा।

फल और सलाद

अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा मोटा है तो उसे दिन में 5 बार खाना डिवाइड करके दें। ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां खाने में ऐड करें। ताकि बच्चे का फास्ट फूड खाने का दिल न करें।

डिनर टाइमिंग

लेट नाइट डिनर करने से मोटापा बढ़ता है। शाम 7 से 8 बजे के बीच डिनर कर लेना चाहिए। इससे एक तो बच्चा अच्छी नींद लेगा साथ ही अगले दिन सुबह उसे उठने में परेशानी नहीं होगी।

टीवी और फोन का इस्तेमाल

टीवी और फोन इस्तेमाल करने का समय घटा दें और उन्हें बाहर जाकर खेल-कूद करने के लिए प्रेरित करें। कम से कम एक घंटा उन्हें बाहर खेलने ज़रूर भेजें।

हीन भावना से बचाएं

मोटापे से ग्रसित बच्चों को उनके साथी चिढ़ाने लगते हैं। ये उनके दिमाग पर गहरा असर डालता है इसलिए अगर आपका बच्चा मोटापे से जूझ रहा है तो उससे इस बारे में बात करते रहें, ताकि हीन भावना उसके मन में गहरा असर न डाले।

Content Writer

Harpreet