उदयपुर में है विश्व की दूसरी सबसे लंबी दीवार, जानें The City of Lakes से जुड़ी रोचक बातें

punjabkesari.in Tuesday, Jun 01, 2021 - 07:18 PM (IST)

राजस्थान का उदयपुर पर्यटकों के घूमना का मुख्य आकर्षण है। वही इस ऐतिहासिक शहर में बेहद ही खूबसूरती झीलें होने से इसे 'द सिटी ऑफ लेक्स' के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा यहां पर बने अलग-अलग पैलेस व मंदिर इतिहास के बारे में बताने का काम करते हैं। आपको बता दें, उदयपुर की जयसमंद झील को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी झील का खिताब हासिल है। ऐसे में अगर आपका कभी घूमने का प्लान हुआ तो आप उदयपुर जाने की सोच सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको उदयपुर से जुड़ी कुछ बातें बताते हैं...

जग मंदिर से प्रेरणा लेकर तैयार किया गया ताजमहल

उदयपुर में पिछोला झील पर बना जग मंदिर पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यह झील पर एक द्वीप पर स्थित महल है। इसे लेक गार्डन पैलेस भी कहा जाता है। संगमरमर और पीले बलुआ पत्थरों से तैयार यह महल तीन मंजिल में बना है। माना जाता है कि ताजमहल को बनाने के लिए जग मंदिर के डिजाइन से ही प्रेरणा ली गई है। 

PunjabKesari

PunjabKesari

PunjabKesari

एशिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्टिफिशियल मीठे पानी की झील

उदरपुर अपनी झीलों से भी मशहूर है। वहीं उदयपुर से करीब 48 किमी की दूरी पर बनी जयसमंद झील को ढेबर झील भी कहते हैं। साथ ही इसे एशिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्टिफिशियल मीठे पानी की झील माना गया है। इसे सन 1685 में महाराणा जय सिंह ने बनवाया था। आर्टिफिशियल मीठे पानी की यह झील करीब 14 किमी चौड़ी व करीब 102 फीट गहरी है। 

PunjabKesari

PunjabKesari

PunjabKesari

विश्व की दूसरी सबसे लंबी दीवार

विश्व की सबसे ऊंची व लंबी दीवार चीन की 'द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना' है। मगर क्या आप जानते हैं कि उदयपुर में भी एक बेहद लंबी दीवार है। यह दीवार कुंभलगढ़ किले की दीवार है। इसे दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार माना गया है। बात इसकी लंबाई की करें तो यह करीब 26 किमी फैली है। वहीं किले को इस तरह से तैयार करवाया गया है कि ये आक्रमणकारियों को दिखाई न दें। वहीं कुंभलगढ़ किले को शत्रुओं से सुरक्षित रखने के लिए इस दीवार को बनवाया गया था। 

PunjabKesari

PunjabKesari

पुराने आम के पेड़ पर बना ट्री हाउस

शायद ही आपको पता होगा कि उदयपुर में एक पुराने आम के पेड़ पर ट्री हाउस भी बना हुआ है। इसे केपी सिंह नाम के एक व्यवसायी द्वारा तैयार करवाया गया था। असल में, केपी सिंह पेड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने चाहते थे। ऐसे में उन्होंने पेड़ पर घर बनवाने की सोची। फिर सूरत के छोटे से कारीगर ने पेड़ की शाखा को बिना कोई नुकसान पहुंचाएं ट्री हाउस बनाया था। वहीं इस ट्री हाउस का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। 

PunjabKesari

PunjabKesari


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

neetu

Related News

static