किन दिनों में प्रेगनेंसी के चांसेज होते हैं ज्यादा?

punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2020 - 04:24 PM (IST)

हर औरत के लिए मां बनना बेहद खूबसूरत अनुभव होता है। प्रैगनेंसी के मायने सिर्फ बच्चे को लेकर ही नहीं है बल्कि इसके लिए प्लानिंग करना भी जरूरी है। शोध के मुताबिक, 90% भारतीय महिलाएं ओव्यूलेशन का (Ovulation) सही समय नहीं जानती यानि उन्हें मालूम नहीं होता कि प्रैग्नेंट होने का सही समय कौन-सा है। वह अक्सर कुछ ऐसी सुनी-सुनाई बातों पर भरोसा कर लेती हैं, जो बिल्कुल झूठ होती हैं। आज हम आपको प्रैगनेंसी और ओव्यूलेशन से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथक के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप भी सच मान लेती हैं।

 

प्रैग्नेंसी और ओव्यूलेशन से जुड़े मिथक जानने से पहले हम आपको यह बताते हैं कि ओव्यूलेशन क्या है और प्रैग्नेंसी से इसका क्या संबंध है।

क्या है ओव्यूलेशन?

ओव्यूलेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें अंडाशय से अंडाणु रिलीज होकर फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है। फिर वो शुक्राणु द्वारा फर्टिलाइजेशन में मदद करता है, जो आखिर में गर्भाशय में भ्रूण बन जाता है। ओव्यूलेशन में गर्भवती होने की संभावना अधिक रहती है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि ओव्यूलेशन अवधि के बाद महिलाएं गर्भवती नहीं हो सकतीं।

प्रेगनेंसी को कैसे प्रभावित करता है ओव्यूलेशन?

ओव्यूलेशन की प्रक्रिया हर महिला में मासिक चक्र के पूरे होने के बाद शुरू होती है। हर महिला में पीरियड्स की तारीख के हिसाब से यह प्रक्रिया अलग-अलग पूरी होती है। इस प्रक्रिया में महिला के एग्स अंडाशय में सक्रिय हो जाते हैं। उनके सक्रिय होने के बाद उनमें से एक मेच्योर एग फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश कर जाता है। इसके बाद वह एग शुक्राणुओं की प्रतीक्षा करता है।

ओव्यूलेशन का सही समय

यह पीरियड्स से जुड़ा होता है। इस दौरान संबंध बनाने से गर्भधारण करने की संभावना अधिक होती है। ओव्यूलेशन का सही समय पीरियड्स के बाद 7 ये 14 दिनों तक का होता है यानि पीरियड्स के 14 दिन ओव्यूलेशन का सही समय होता है। हालांकि, यह मासिक चक्र महिलाओं की स्थिति के हिसाब से बदल भी सकता है। इस समय को फर्टाइल स्टेज भी कहा जाता है ओव्यूलेशन शुरू होने के 3 तीन दिनों में भी प्रैग्नेंट होने की संभावना करीब 27 से 33 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

पीरियड्स के बाद गर्भधारण का सही समय कब होता है?

अगर हम 28 दिन पर होने वाले एक नियमित मासिक धर्म चक्र की बात करें, तो माहवारी खत्म होने के बाद 10 से 17वें दिन के बीच के समय को गर्भधारण के लिए सही समय होता है।

क्या 30-35 की उम्र में मां बनना है सही?

आज के समय में पहले महिलाएं करियर बनाने में विश्वास करती हैं और शादी के बाद भी अपनी जॉब करती हैं। जब वो आर्थिक रूप से खुस को सुरक्षित महसूस करती हैं तो प्रेगनेंसी के बारे में सोचती हैं लेकिन तब तक उनकी उम्र 30-35 तक हो जाती हैं। हालांकि उनके मन में यह सवाल भी रहता है कि इस उम्र में मां बनना सही भी है या नहीं। बता दें कि इस उम्र में मां कोई खतरे की बात तो नहीं लेकिन इस समय सेहत का ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है। हालांकि इस बारे में आपको अपने डॉक्टर से भी सलाह ले लेनी चाहिए।

40 की उम्र के बाद प्रेगनेंसी

शोधकर्ताओं का कहना है कि लगभग 1/3 महिलाएं जो 40 वर्ष से अधिक उम्र की हैं, बांझपन का शिकार होती हैं। इस उम्र की महिलाओं में गर्भकालीन मधुमेह का खतरा 3 से 6 गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा आपका बढ़ा हुआ वज़न मेटाबोलिज्म को कम करता है, जिससे गर्भावस्था के बाद ठीक करना मुश्किल हो जाता है।

Content Writer

Anjali Rajput