क्या सच में अपशगुन होता है शीशे का टूटना? जानिए इससे जुड़ी 10 बातें

punjabkesari.in Friday, Jun 26, 2020 - 11:00 AM (IST)

आईना सिर्फ चेहरा देखने के लिए बल्कि घर की खूबसूरती बढ़ाने का काम भी करता है। मगर कई बार गलती से कांच का समान हाथ से स्लिप होकर या किसी दूसरी वजह से टूट जाता है। बता दें कि ऐसा होना वास्तु में अपशगुन माना जाता है। सिर्फ आइना ही नहीं बल्कि किसी भी तरह के कांच का टूटना घर में परेशानियां ला सकता है। चलिए आज हम आपको शीशे या कांच से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताते हैं, जो हर किसी को पता होनी चाहिए।

 

7 साल का दुर्भाग्‍य लाता है कांच का टूटना

ऐसा माना जाता है कि कांच टूटने से पूरे 7 साल तक दुभाग्य बना रहता है। प्राचीन कथाओं के अनुसार, कांच के अंदर आत्मा को कैद करने की शक्ति होती है और जब वो टूटता है तो उसमें उस व्‍यक्ति की आत्‍मा अंश रह जाता है, जो घर में नेगेटिविटी लाता है। बता दें रोमन सभ्‍यता में कांच के अंदर दिखने वाले अक्‍स को आत्मा बताया गया है।

दुर्भाग्‍य, अंधविश्वास या फिर कोई तर्क, क्या है सच्चाई?

जब शीशा बनाया गया, तब इसे बेहद कीमती माना जाता था। बस यही कारण है की शीशे की संभाल के लिए रोमन लोगों ने इसके टूटने पर 7 साल दुभार्ग्य वाली बात कही। वहीं, कांच टूटने पर अगर घाव हो जाए तो वो काफी परेशान करता था इसलिए लोगों को दुर्भाग्‍य की बात कहकर शीशे के साथ सावधानी से काम करने को कहा गया।

वास्‍तु में अशुभ होता है टूटा कांच

सिर्फ रोमन ही नहीं, बल्कि वास्तु के अनुसार भी कांच का टूटना अशुभ माना गया है। ऐसे में अगर घर में कांच टूट जाए तो उसे फौरन फेंक देना चाहिए। इसके अलावा अपने घर में नुकीली आकृति, धुंधला और गंदा कांच भी नहीं रखना चाहिए।

आइने से जुड़े वास्तु टिप्स
सही दिशा में लगाएं आइना

वास्‍तु के अनुसार दर्पण हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए। इससे ना सिर्फ पैसों की किल्लत दूर होी है बल्कि यह घर में सुख-शांति भी बढ़ाता है।

सुबह न देखें शीशा

कुछ लोगों की आदत होती है कि वह सुबह उठते ही शीशा देखते हैं, खासकर महिलाओं की। मगर ऐसा करना वास्तु के हिसाब से गलत है। इससे मन में नहीं बल्कि घर में भी नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।  साथ ही इसका असर दिनचर्या पर भी पड़ता है।

यहां ना लगाएं मिरर

अगर आपके घर या ऑफिस में शीशा दक्षिण, पश्चिम, दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोने में लगा है तो उसे फौरन हटा दें क्योंकि इससे तरक्की में रूटावट आती है।

वैवाहिक संबंध में तनाव

बेड के सामने दर्पण नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे पति-पत्नी के रिश्ते पर बुरा असर पड़ता है। बेडरूम में शीशा ऐसी जगह लगाएं, जहां से इसमें बेड ना दिखे। आप बेडरूम की दक्षिण में तिकौना आईना लगा सकते हैं।

अलमारी के अंदर लगाएं दर्पण

शीशे को लेकर सबसे बड़ी यह है कि वो अलमारी के बाहर लगा होता है। मगर वास्तु के अनुसार,  शीशा अलमारी के बाहर नहीं बल्कि अंदर लगा हुआ होना चाहिए। अगर पति-पत्‍नी की सोती हुई आईने में दिखे तो ये उनके तलाक का कारण बन सकती है।

मुख्य दरवाजे के पास ना हो शीशा

कभी भूलकर भी घर के मुख्य द्वारा पर शीशा ना रखें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसके साथ ही मुख्य दरवाजे पर कोई चमकदार चीज भी ना रखें।

शीशे के शो-पीस

शीशे के शो-पीस जैसे एक्वेरियम को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में ही लगाएं। इस दिशा में आइना या शो-पीस लगाने से घर में साकारात्मक ऊर्जा का वासा होगा।

Content Writer

Anjali Rajput