हाथ में गर्दन लेकर सड़क पर निकली बच्ची को देख लोगों के छूटे पसीने

punjabkesari.in Tuesday, Oct 26, 2021 - 04:00 PM (IST)

सबसे डरावना त्योहार हैलोवीन डे को कुछ दिन ही बाकी है। दूसरे त्योहारों पर जहां सभी नए कपड़े पहन कर सज-संवर कर तैयार होते हैं, वहीं हेलोवीन पर लोग डरावना रूप लेते हैं। ऐसे में अभी से भूतों और डरावनी आत्माओं की भेष में लोगों को डराते हुए की वीडियाे और तस्वीरें सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक छोटी बच्ची का वीडियो सामने आया हे, जिसे देख कोई भी डर जाए।  

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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इस वीडियो को पहली बार देखने में लगेगा कि एक बच्ची ने अपने हाथ में सिर पकड़ा हुआ है,  लेकिन ध्यान से देखने पर इसकी सच्चाई पता चलती है। हेलोवीन के लिए तैयार की गई इस बच्ची का  मेकअप व ड्रेस देखकर तो किसी के भी पसीने छूट जाएं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देख लोग अपना  रिएक्शन दे रहे है। 


एक यूजर ने लिखा- इस वीडियाे ने मुझे डरा दिया। वहीं एक अन्य ने लिखा- अगर यह रात का समय होता, तो मैं दौड़ जाता! अब तक इस वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं। . आयरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, प्युर्तोरिको, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में हैलोवीन हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है।   


क्याें मनाया जाता है ये त्योहार 

हैलोवीन ज्यादातर पश्चिमी ईसाइयों और गैर-ईसाइयों द्वारा मनाया जाता है। हैलोवीन शब्द का अर्थ 'पवित्र शाम' है और इसे 'ऑल सेंट्स डे' भी कहा जाता है। इसे लेकर पश्चिमी देशों में एक कहानी प्रचलित है। कहा जाता है हैलोवीन की शुरुआत काफी पहले हुई थी। फसल के मौसम में किसानों का मानना था कि बुरी आत्माएं धरती पर आकर उनकी फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए उन्हें डराकर भगाने के लिए वे खुद डरावना रूप अपना लेते थे। लेकिन अब यह एक मौज-मस्ती और छुट्टी मनाने का अच्छा तरीका बन गया है। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता भी काफी बढ़ती जा रही है।

 भूतों और राक्षसों के कपड़े पहनते हैं लोग 

इस दिन आत्माओं से बचने और भगाने के लिए भूतों और राक्षसों के कपड़े पहने जाते हैं और जानवरों का हड्डियां जलाई जाती हैं। साथ ही इस दिन आग अलाव भी जलाते हैं। इसमें कद्दू को काटकर एक चेहरे का आकार दिया जाता है और उसमें मोमब्बती जलाई जाती है। इससे कई बार डरावना चेहरा बनाकर लोगों को डराते भी हैं। बाद में इसे एक साथ दफना दिया जाता है। इस दिन सभी एक दूसरे से मिलते हैं। कैंडीज और मिठाईयां बांटते हैं और खुशियां मनाते हैं। लोग एक साथ आकर कई सारे गेम्स भी खेलते हैं। ये सभी गेम पारंपरिक होते हैं।

Content Writer

vasudha