कोरोना काल में बच्‍चों की आंखों के स्ट्रेस को दूर करने के लिए फाॅलों करे ये टिप्स

punjabkesari.in Thursday, Jun 17, 2021 - 03:21 PM (IST)

कोरोना महामारी ने बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक के हर वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। युवा वर्ग जहां खुद का ध्यान रखने में सक्षम है वहीं बच्चों और बुजुर्गों का खास तौर पर ध्यान रखने की जरूरत है। दरअसल, कोविड के लिए बने स्टेट टास्क फोर्स ने महाराष्ट्र को चेतावनी दी है कि 2-4 हफ्ते के अंदर कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। वहीं इस लहर के बीच बच्चों का विशेष तौर पर ध्यान रखने की आवश्यकता है। 
 

 कोरोना महामारी से बच्‍चों का जीवन भी  हुआ काफी प्रभावित
 कोरोना महामारी के इस दौर में बड़ों से लेकर बच्‍चों का जीवन भी काफी प्रभावित हुआ है। स्कूल जाने की बजाय अब घर पर ही लैपटाॅप और मोबाइल फोन पर पढ़ाई कर रहे हैं जिसका सीधा असर उनकी सेहत खासकर आंखों पर पड़ रहा है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बच्चों के आंखों की सुरक्कोषा पर ध्य़ान नहीं दिया गया तो उनकी आंखे कमजोर हो सकती हैं।  तो आइए जानते हैं कि बच्‍चों की आंखों का कैसे खास ख्‍याल रखें- 

 हर साल कराएं बच्चे की आंखों की जांच-
बच्चों की सेहत को लेकर अभिभावकों को जरा भी लापारवाही नही बरतनी चाहिए। उन्हें चाहिए कि वह समय-समय पर बच्चों का चेकअप करवाते रहें।  अगर आप अपने बच्चे की आंखों की जांच हर साल कराते रहेंगे तो उनकी आंखों की रोशनी लंबे समय तक ठीक रहेगी।

बच्चों को इनडोर की बजाय आउटडोर गेम खिलाएं-
कोरोना की वजह से बच्चे आउटडोर गेम की बजाय इनडोर गेम खेल रहे हैं। जिस वजह से उन्हें खुला वातावरण नहीं मिल पा रहा। इसके लिए अभिभावक बच्चों को वीक में दो तीन दिन कुछ देर के लिए बाहर जरूर लेकर जाएं। ऐसा करने से ना केवल उनकी आंखें लंबे समय तक ठीक रहेंगी बल्कि उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी और बेहतर होगा।



बच्चे के खाने में पौष्टिक आहार शामिल करें- 
बच्चों की आंखों को सुरक्षित रखने के लिए उनके खाने में पौष्टिक आहार शामिल करें। इससे बच्चे ना केवल सेहतमंद रहेंगे, ब्लकि आंखों की रोशनी भी ठीक रहेगी। ऐसे में उन्‍हें दूध, फिश, अंडा, चिकन, ड्राइफ्रूट्स, फल, सब्जियां आदि खिलाएं। जहां तक हो सके हर रंग के फलों और सब्जियों को बच्‍चों को खिलाएं।

इलेक्ट्रॉनिक,गैजेट से दूर रखें- 
कोशिश करें कि बच्चे ज्यादा टाइम इलेक्ट्रॉनिक,गैजेट का इस्तेमाल न करें।  वहीं अगर बच्चे की आंख पहले से कमजोर है तो उनके लिए इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताना बेहद नुकसानदायक हो सकता है।

आईड्रॉप का करें सही तरीके से इस्‍तेमाल
अगर किसी दिन बच्चों को  आंखों में दर्द और थकावट महसूस हो रही हैं तो डाॅक्टर की सलाह से बच्चों की आंखों में  आईड्रॉप डालें। 
 

नियमित आंखों की एक्सरसाइज करवाएं
आंखों के स्ट्रेस को दूर करने और उन्हें रिलैक्स करने के लिए यह एक्सरसाइज़ करें। बच्‍चों की डेली रुटीन में आंखों का एक्सरसाइज शामिल करें और उन्‍हें इसके लिए मोटिवेट करें। बच्चों को आप राउंड शेप में आंखे घूमाने के लिए कहें। इसके लिए आंखों को पहले 10 बार क्लॉकवाइज़ और 10 बार एंटी-क्लॉकवाइज़ घुमाएं। आंखों की बेहतर रोशनी के लिए यह एक बढ़िया एक्सरसाइज़ है।
 

Content Writer

Anu Malhotra