You Tube वीडियो से बच्चे सीख रहे हैं खुदकुशी के तरीके, पैरेंट्स रहें सावधान

punjabkesari.in Thursday, Feb 28, 2019 - 01:04 PM (IST)

आजकल बच्चे चलना सीखने के साथ-साथ गैजेट्स का इस्तेमाल करना भी सीख जाते हैं। वीडियो शेयरिंग साइट यूट्यूब बच्‍चों में बहुत लोकप्रिय है। बच्चे स्मार्टफोन में वीडियोज देखकर ही ज्यादा समय बिताते हैं। पेरेंट्स सोचते हैं कि ऐसे बच्चे आगे चलकर स्मार्ट निकलते हैं लेकिन वह जान नहीं पाते कि कैसे यूट्यूब उनके बच्चों को नुकसान पहुंचा रहा है। अमेरिका में बच्‍चों की एक डॉक्‍टर ने छोटे बच्‍चों के पैरेंट्स को आगाह किया है कि यूट्यूब और यूट्यूब किड्स पर ऐसे कई विडियो हैं जिनमें बच्‍चों को खुदकुशी करने के तरीके बताए गए हैं। विडियो शेयरिंग वेबसाइट यूट्यूब ने भी मामले पर चिंता जताते हुए यूजर्स से ऐसे विडियो की पहचान करने और रिपोर्ट करने की अपील की है। 

 

वीडियो से होती है छेड़छाड़

एक महिला का कहना था कि बच्चों के लिए बने एक वीडियो की स्क्रीन पर अचानक एक शख्स आ जाता है और बच्चों को आत्महत्या करने के तरीके बताकर चला जाता है।  महिला ने कहा कि बच्चों की वीडियो में ऐसे आत्महत्या वाले सीन सिर्फ कुछ समय के लिए ही आते हैं जिससे इस बात का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। हैरान करने वाली बात यह है कि वीडियोज से छेड़छाड़ करके ऐसे सीन जोड़ने के मामले काफी बढ़ गए हैं।

 

विडियो एडिट करके डाले सीन

इसी तरह के एक और विडियो में एक आदमी अचानक से फ्रेम में आता है और अपने हाथ की तरफ ब्‍लेड से काटने का इशारा करके कहता है, 'बच्‍चो याद रखो, लोगों का ध्‍यान खींचने के लिए ऐसे काटना है और रिजल्‍ट पाने के लिए जोर से काटना है। बच्चे ऐसी वीडियोज से गलत सीख लेते है और कई बार खुद को नुकसान भी पहुंचाते हैं।

 

बच्चों पर बुरा असर 

डॉक्टरों का मानना हैं कि यह बच्चों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक हैं। सोशल मीडिया और इंटरनेट बच्चों के लिए आसान पहुंच हैं और इसके जरिए बच्चे एकदम नई दुनिया में पहुंच जाते हैं और उसी दुनिया को सच मान लेते हैं। जिस माहौल में बच्चे बड़े हो रहे हैं वह अब बदल चुका है। ऐसे वीडियो इन्हें ज्यादा जोखिम में डाल रहे हैं।

 

डिप्रेशन और स्ट्र्रैस

ऐसी वीडियोज से बच्चों के मासूम दिल पर बहुत ज्यादा असर होता है। बच्चे चूप रहने लग जाते हैं और डिप्रेशन और स्ट्रैस का शिकार हो जाते हैं। छोटी उम्र में ही बच्चों के दिल पर इन बातों से गहरा असर होता है जिससे उनका भविष्य भी ठीक नहीं रहता और ऐसे बच्चे ज्यादा बीमार होने लगते है। एक्सपर्ट्स का मानना हैं कि ऐसी वीडियो से बच्चे खुदकुशी करने की बार-बार कोशिश करते हैं और छोटी-छोटी बातों में भी जिंदगी को खत्म करने के बारे में सोचते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput