नहीं रहे महिंद्रा ग्रुप का कायापलट करने वाले केशव महिंद्रा, अरबपतियों में शुमार थे आनंद महिंद्रा के चाचा
punjabkesari.in Thursday, Apr 13, 2023 - 10:34 AM (IST)
भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति और आनंद महिंद्रा के चाचा केशव महिंद्रा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को 2012 में इस कंपनी समूह की कमान सौंपी थी और इस समय वह महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के चेयरमैन एमेरिटस (मानद अध्यक्ष) थे। फोर्ब्स की 2023 की बिलेनियर्स लिस्ट में केशव महिंद्रा को भारत के 16 नए अरबपतियों में शामिल किया गया था।
केशव महिंद्रा ने बनाई थी अपनी अलग पहचान
समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा-‘‘ केशव महिंद्रा मेरे और पूरे महिंद्रा समूह के लिए प्रेरणा स्रोत थे और वह उसी रूप में याद किए जाते रहेंगे। वह सिद्धांतवादी थे और कंपनी को नैतिक तरीके तथा मूल्यों के साथ चलाने और कंपनी संचालन को उच्च स्तर का रखने की संस्थापकों की विरासत को बढ़ाने के अभियान में उन्होंने हमेशा अपने को आगे रखा। '' उन्होंने कहा कि महिंद्रा मझे हुए कारोबारी थे और उनके नेतृत्व में समूह के कारोबार का विविधीकरण किया। अपने दयालु स्वभाव और लोक हित सोच के कारण उन्होंने विश्व स्तर पर कारोबार जगत में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी थी।
1963 में संभाला था चेयरमैन का पद
महिंद्रा का जन्म नौ अक्टूबर 1923 को शिमला में हुआ था और उन्होंने अमेरिका में पेंसेल्वानिया विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध वाटर्न स्कूल से उच्च डिग्री ली थी। वह 1947 में महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी से जुड़े और 1963 में इसके चेयरमैन का पद संभाला था। इस्पात का व्यापार करने वाली यह कंपनी उनके नेतृत्व में दूसरे तरह के कामों में भी अपना विस्तार किया। उन्होंने देश के उद्योग क्षेत्र में महती योगदान किया और सरकार की कई समितियों में भी रखे गए थे। सरकार ने उन्हें कंपनी लॉ और एमआरटीपी पर सच्चर आयोग का सदस्य बनाया था। उन्हें उद्योग पर सरकार की परामर्श समिति में भी स्थान दिया गया था।
राष्ट्रीय सम्मान से हो चुके हैं सम्मानित
वह एम्लायर फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट एमेरिटस, उद्योगमंडल एसोचैम, आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन, ब्रिटेन की कौंसिल आफ दी यूनाइटड वल्र्ड कालेजेज (इंटरनेशनल) से भी जुड़े थे। उन्हें 1987 में फ्रांस सरकार ने अपने राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया था। महिंद्रा ने सेल, टाटा स्टील, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स, आईएफसी और आईसीआईसीआई सहित निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों की अनेक कंपनियों के निदेशक मंडल और परिषदों में सेवा दी। वह हुडको (आवास और शहरी विकास निगम लिमिटेड) के संस्थापक अध्यक्ष, आवास विकास वित्त निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष, महिंद्रा यूजीन स्टील कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष, बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड और बॉम्बे बर्माह ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक रहे थे।