कथक लोकः टेम्पल्स, ट्रेडिशन्स एण्ड हिस्ट्री

punjabkesari.in Tuesday, May 17, 2022 - 02:33 PM (IST)

कथक गुरू पद्मश्री शोवना नारायण ने गीतिका काल्हा के साथ आईजीएनसीए ऑडिटोरियम में एक पुस्तक ‘कथक लोकः टेम्पल्स, ट्रेडिशन्स एण्ड हिस्ट्री’ (हिंदी और अंग्रेज़ी) और इसकी डीवीडी का अनावरण किया।  गहन अनुसंधान पर आधारित यह पुस्तक उत्तरी भारत में 7000 किलोमीटर की यात्रा तथा पांच सालों के गहन कार्य एवं शोध का परिणाम है। कथक गांवों के अस्तित्व को समझना और कथक एवं ‘कथक लोक’ की अभिव्यक्ति का अध्ययन करना इसका मुख्य उद्देश्य था।

गांव-गांव जाकर, मंदिरों में कथक लोक नृत्य देखकर, महाराजों, नर्तकों, विद्वानों एवं स्वामियों से मिलकर लेखक शोवना नारायण और गीतिका काल्हा ने इतिहास के पन्ने टटोलने की कोशिश की है। एक-एक कर कथक से जुड़े तथ्यों और इसकी स्पष्ट तस्वीर को पाठकों के समक्ष लाने का प्रयास किया है। लेखकों नें ईसाई धर्म से पहले के कथक के इतिहास, धर्म के संरक्षण में इसकी भूमिका, सदियों की परम्पराओं पर रोशनी डाली है। यह पुस्तक कथक से जुड़ी लोकप्रिय अवधारणाओं जैसे कथम की मुगल उत्पत्ति के बारे में भी बताती है।


बीनू राजपूत द्वारा निर्देशित डीवीडी में कथक लोक कलाकारों के साथ साक्षात्कार, कथक गांवों की एक झलक, इसके प्राचीन रिकॉर्ड तथा मंदिरों में कथक पारम्परिक लोक नृत्यों एवं लेखकों की यात्रा पर रोशनी डाली गई है। वितास्ता प्रकाशन ने पुस्तक के अंग्रेज़ी संस्करण का तथा शुभी प्रकाशन ने हिंदी संस्करण का प्रकाशन किया है। (शोवना नारायण और गीतिका काल्हा)

 

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vasudha