केट मिडलटन ने बताया मॉर्निंग सिकनेस से निपटने का तरीका
punjabkesari.in Thursday, Mar 05, 2020 - 12:23 PM (IST)
ब्रिटिश शाही परिवार की बहू केट मिडलटन अक्सर अपने फैशन को लेकर चर्चा में रहती हैं। मगर, हम बात करने जा रहे हैं केट मिडलटन की प्रेगनेंसी की। दरअसल, हाल ही में केट ने अपने प्रेगनेंसी को लेकर कई बातें शेयर की। साथ ही उन्होंने प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस व मूड़ स्विंग जैसी समस्याओं को निपटने का तरीका भी बताया।
बता दें कि केट मिडलटन व पति प्रिंस विलियम के 3 बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि प्रेगनेंसी के दौरान भले ही वो कैमरों में खुश दिखीं लेकिन सिर्फ वही जानती थी कि वो कैसी स्थितियों से गुजर रही हैं। वह भी उस समय वैसा ही महसूस कर रही थी जैसा कि हर आम महिला प्रेंग्नेंसी के दौरान करती हैं। मगर, उन्होंने चेहरे पर एक मुस्कान के साथ सभी शाही कर्तव्यों को निभाया।
केट को प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपरमेसिस ग्रेविडरम (Hyperemesis Gravidarum) का सामना भी करना पड़ा। इसके कारण महिलाओं को गर्भावस्था में चक्कर आना, उल्टी, अक्सर वजन कम होना, हाइड्रेशन और मूड़ स्विंग जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। केट ने कहा मुझे तीनों प्रेगनेंसी के दौरान इस स्थितियों का सामना करना पड़ा। 'हैप्पी मौम, हैप्पी बेबी' पॉडकास्ट में प्रेगनेंसी के दिनों को याद करते हुए केट ने कहा, 'मैं गर्भवती लोगों में सबसे खुश महिलाओं में से एक नहीं हूं।'
यही नहीं, उन्होंने बताा कि बच्चे प्रिंस जॉर्ज और प्रिंसेस चारलोट के दौरान केट की कई बार बुरी हालत हो गई थी। यहां तक कि उन्हें हॉस्पिटल तक भर्ती करवाना पड़ा। यह केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिए चुनौती थी। उनके पति चाहते हुए भी मदद नहीं कर पा रहे थे। हर किसी के लिए यह देखना बेहद मुश्किल होता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली स्थितियों का असली दर्द तो एक औरत ही जानती है।
आमतौर पर ये मॉर्निंग सिकनेस के कारण होता है, जिसकी वजह से केट पूरी प्रेगनेंसी बहुत परेशान रहीं। उन्होंने कहा, 'हाइपरमेसिस की वजह से मुझे असल में शरीर के ऊपर मन की शक्ति का एहसास हुआ।' उन्होंने बताया, ''इसके कई स्तर है। चाहे ध्यान हो या गहरी सांस लेना, ये बीमार में अच्छा महसूस करवाती हैं। मुझे लगा यह कुछ ऐसा था जिसे मैं नियंत्रण में रह सकती थी, मुझे लगता है, डिलीवरी के दौरान मुझे इससे मदद मिली।'
क्या है हिप्नोबर्थ?
हिप्नोबर्थ (Hypnobirthing) का मतलब है जब तक कि मां को लगता है कि कि सब नॉर्मल है। इस में महिलाओं को बताया जाता है कि कैसे सोच सकारात्मक रखा जाए। ये कक्षाएं आपको सिखाएंगी कि कैसे कुछ अलग तरीकों का इस्तेमाल करके प्रेगनेंसी के दौरान आराम किया जाए। इसमें कुछ चीजें शामिल हैं जैसे...
-सांस लेने की तकनीक
-मालिश तकनीक
-एक ध्यान की रिकॉर्डिंग सुनना या पढ़ना
-विजुलाइजिंग
-उपकरण की मदद लेना।