घरों में काम करने वाली अम्मा ने 96 साल में शुरु की पढ़ाई, जानिए क्यों?

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2019 - 01:13 PM (IST)

कहते है कि पढ़ने की कोई उम्र नही होती, इंसान जब चाहे तब पढ़ सकता है। इस बात को केरल की कार्तियानी अम्मा ने पूरी तरह सच कर दिखाया। पिछले साल 96 साल की अम्मा ने केरल में 98 प्रतिशत अंक के साथ साक्षरता परीक्षा में टॉप किया था। उन्होंने  यह साबित कर दिया कि पढ़ने के लिए उम्र नहीं जज्बा होना चाहिए।

42 हजार बच्चों में से किया टॉप 

अम्मा कभी भी स्कूल नहीं गई थी लेकिन उन्होंने पिछले साल केरल राज्य में हुए साक्षरता मिशन 'अक्षरालाक्षम' परीक्षा में टॉप कर सब को हैरान कर दिया। इस परीक्षा में उन्होंने 42 हजार बच्चों को पीछे छोड़ कर टॉप किया था। इस परीक्षा में लिखित में उन्हें 40 मेें सेे 38 व बाकी परीक्षाओं में पूरे अंक हासिल हुए थे। अम्मा का कहना था कि यह परीक्षा बहुत ही आसान थी।

चौथी में लिया था दाखिला

उनका कहना है कि जब उनके पढ़ने का समय था तब वह पढ़ नही सकी लेकिन अब अपनी पढ़ाई पूरी करेगी। उन्होंने अपना पूरा जीवन मंदिर की सेवा करने में बिताया। इसके साथ ही वह दूसरों के घरों में एक नौकरानी का काम करती थी जिस कारण उसने कभी भी ऊंचे सपने नही देखे। अम्मा का मानना है कि वह जितना पढ़ेगी उसके उतने ही नंबर आएंगें। इसलिए जितना ही सके वह उतना ही पढ़ना चाहती हैं। इस परीक्षा के बाद उन्हें उनकी काबलियत के मुताबिक चौथी कक्षा में दाखिला दिलवा दिया गया था।

कनाडा की संस्था ने बनाया गुडविल एंबेसडर

इस साल की शुरुआत में कनाडा की एक संस्था 'कॉमनवेल्थ लर्निंग' ने कार्तियानी अम्मा को अपना गुडविल एंबेसडर नियुक्त किया था। अम्मा कभी भी दिन में दो बार चाय पीना नही भूलती हैं। उनका सपना है कि 2020 तक केरल एक पढ़ा लिखा राज्य बन जाए।

60 साल की बेटी से ली प्रेरणा

अम्मा ने पढ़ने की प्रेरणा अपनी 60 साल की बेटी से ली थी। जिसने 2016 में 60 साल की उम्र में 10 वीं की परीक्षा पास की थी। उन्होंने कहा कि पहले वह हमेशा बच्चों की देखभाल में लगी रहती इतना ही नही उनके पास पैसे भी नही थे कि वह पढ़ सकें। जब बेटी ने परीक्षा पास की तो उन्हें प्रेरणा मिली। उन्हें लगता है कि वह अब 100 साल की उम्र तक 10 वीं पास कर लेगीं। इतना ही नही इसके साथ ही वह कंप्यूटर चलाना भी सीख रही हैं।  

अम्मा हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो सोचते हैं कि एक उम्र के बाद पढ़ाई पूरी नहीं की जा सकती। 

Content Writer

khushboo aggarwal