''मेरी मां Middle Class औरत थी'' Landline फोन का ताला तोड़ने पर करीना को मां ने सिखाया था सबक

punjabkesari.in Tuesday, Aug 31, 2021 - 01:56 PM (IST)

करिश्मा और करीना दोनों ही बॉलीवुड की सक्सेसफुल हीरोइनों में शामिल हैं दोनों की अपनी अलग पहचान है हालांकि करीना के नाम इगो, घमंडी होने का खिताब भी आता है। इन दिनों तो करीना अपने बेटों के नाम को लेकर लाइमलाइट में हैं। लोग उन्हें तरह-तरह की बातें जो सुना रहे हैं। इन सभी में एक बात और है जो उन्हें सुनाई जाती हैं कि वो कपूर खानदान से हैं इसलिए सबकुछ आसानी से मिल गया लेकिन करीना की असल जिंदगी की सच्चाई बहुत कम लोग जानते हैं इस पैकेज में आज कुछ ऐसी बातें बताते हैं जो शायद आपने पहले नहीं सुनी होगी।

21 सितंबर 1980 को बबीता-रणधीर कपूर के घर पैदा हुई बेबो शुरू से जिद्दी थी लेकिन मेहनती भी। जब करीना पैदा हुई तो मां-बाप के बीच अनबन शुरू हो गई आखिर बबीता ने फैसला लिया कि वह अपनी दोनों बेटियों की परवरिश खुद करेंगी और अलग रहेगी। दोनों बच्चियों की परविश बबीता ने अकेली की। वह एक मिडल क्लास फैमिली की सिंपल लाइफ जीने वाली महिला थी जिसने छोटे-छोटे बिजनेस कर बेटियों को पाला। करीना ने बताया था कि उनका बचपन सिंपल बीता। वह बस से स्कूल जाती थी और बस से ही वापिस। आम बच्चों की तरह वह भी ब्रैड सैंडविच और सेब लेकर जाती थी और खाती थी कुछ भी स्पैशल नहीं था जो ऐसा कुछ अहसास करवाए कि वह एक फिल्मी नगरी के जाने-माने परिवार से थी।

करीना अपनी टीनएज के समय काफी जिद्दी लड़की थी लेकिन वह अपनी बड़ी बहन से बहुत प्यार करती थी उस समय तक करिश्मा फिल्मों में आ चुकी थी। वह अपनी 6 साल बड़ी बहन को पार्टियों में जाया करते देखती थी इसी लिए वह चाहती थी कि वह भी लड़कों व अपने बाकी फ्रैंड्स के साथ टाइम स्पैंड करें लेकिन उनकी मां बबीता एक अनुशासन प्रिय मां थी वह लैंडलाइन फोन पर ताला लगा कर रखती थीं लेकिन 14 साल की उम्र में करीना ने वो ताला तोड़ा और उस लड़के को फोन मिलाया जिसे वो पसंद करती थी फिर वह उसके साथ डेट पर भी निकल पड़ी। जब मां को ये बात पता चली तो उन्होंने करीना को वेलहेम गर्ल स्कूल भेज दिया जो देहरादून का बोर्डिंग स्कूल था। यहीं से करीना ने नियमों का आदर करना सीखा। यहीं से करीना को आजादी क्या होती है का सही मतलब पता चला। जब वह वापिस आई तो उनकी आंखों में सिर्फ आंसू थे वापिस आने के बाद करीना ने मुंबई के गॉरमेंट लॉ स्कूल में एडमिशन ली।

 

जब उनकी बहन अपनी शूटिंग पर जाती तो वह भी सैट्स पर जाती जिससे उनकी इंडस्ट्री से पहचान होनी शुरू हुई। वह अपनी बहन की ड्रेसेज कोस्टूम ट्राई करती। माधुरी के एक्सप्रैशन देखती और नकल करती। एक्टर बनने की इच्छा यहीं से करीना के मन में भी जाग उठी। बस करीना ने कॉलेज बीच में ही छोड़ा और किशोर नमित कपूर एक्टिंग इंस्टीट्यूट ज्वॉइन कर लिया। साल 2000 में डायरेक्टर राकेश रोशन उन्हें कहो ना प्यार मूवी में अपने बेटे के साथ लॉन्च करने वाले थे लेकिन उनकी जगह अमीषा पटेल ने ले ली क्योंकि करीना की मां बबीता और राकेश रोशन के बीच कुछ मतभेद हो गए थे फिर 20 साल की उम्र में करीना ने अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन के साथ फिल्म 'रिफ्यूजी' से डेब्यू किया फिर 21 साल की उम्र में अपने दोस्त करण जौहर की ब्लॉकबस्टर मूवी 'कभी खुशी कभी गम' में पू का किरदार निभाया। 24 साल तक आते-आते करीना ने अपनी अदाकारी से फैंस का दिल जीत लिया। 'चमेली' में एक वेश्या, 'जब वुई मेट' में गीत ढिल्लों के किरदारों को यादगार बनाया। जीरो साइज का क्रेज भी कोई और नहीं करीना ही लेकर आईं थी।

फिल्म 'टशन' के लिए वह जीरो फिगर में नजर आई इस फिल्म में वो सैफ अली खान के साथ दिखीं हालांकि यह फिल्म तो फ्लॉप रही लेकिन दोनों का प्यार परवान चढ़ गया। करीना का नाम सैफ अली खान ने अपनी बाजु पर टैटू के रूप में गुदवा लिया जो सोशल मीडिया में हिट हो गया लेकिन करिश्मा औऱ उनकी मां बबीता इस रिश्ते को लेकर दुविधा में थे। कारण सैफ का करीना से करीब 10 साल बड़े होना और पहली शादी से 2 बच्चों के पिता होना था। लेकिन इन बातों पर करीना ने इतना ध्यान नहीं दिया करीना ने सैफ को कई सालों की डेटिंग के बाद 32 साल की उम्र में अपना शौहर बना लिया।

 

शादी के बाद करीना ने अपने करियर पर ब्रेक नहीं लगाया। बल्कि 'बजरंगी भाईजान', 'की एंड का', 'उड़ता पंजाब' जैसी कई फिल्में की। 36 की उम्र में करीना ने कंसीव किया और बेटे तैमूर को जन्म दिया। प्रेग्नेंसी के दौरान करीना ने रैंपवॉक कर दर्शकों की वाहावाही बटौरीं लेकिन बेटे के नाम को लेकर खूब हंगामा हुआ क्योंकि वह 14वीं शताब्दी के मुगल शासक के नाम पर था। खूब ट्रोल किया गया लेकिन इसके बावजूद उनके बेटे तैमूर खूब लाइमलाइट में रहे। स्टारकिड्स में वह ऐसे किड बने जिनकी पॉपलेरिटी सबसे ज्यादा थी। हालांकि इस पर करीना ने कहा कि उन्हें नहीं पता ऐसा क्यो हैं उनका बेटा इतना स्पॉटलाइट में क्यों रहता है जबकि अभी तक उन्होंने कुछ अचीव नहीं किया है। उन्हें आम बच्चों की तरह बड़ा होने का मौका मिलना चाहिए। अपनी जिंदगी खुलकर जी सके हालांकि वह उन्हें एक नार्मल बच्चे की तरह बचपन बिताने की कोशिश करती रहती हैं।

कुछ समय की ब्रैक के बाद करीना ने वीरे दी वेडिंग से एंट्री ली और फिर से छा गई। उसी दौरान उन्होंने रेडियो में भी डेब्यू किया उन्होंने अपने शो वट वुमन वॉन्ट शुरू किया। इस पर करीना ने कहा कि मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि मैं आर.जे बनूंगी और किसी का इंटरव्यू लूंगी। फिर 40वें साल में वह दूसरी बार मां बनी और मीडिया में एक बार फिर इनका मेटरनिटी स्टाइल छा गया। करीना के दूसरे बेटे का नाम जहांगीर अली खान रखा गया जो पहले बेटे तैमूर की तरह खूब विवादों में रहा इसी केसाथ करीना ने अपनी बुक लॉन्च की और अपने दोनों प्रैग्नेंसी एक्सीपरेंस को शेयर किया। बेटों के नाम पर करीना ने कहा कि यह उनका अधिकार है कि वह अपने बच्चों का नाम क्या रखेगे। बच्चों को ट्रोल करना गलत है वह अभी बहुत छोटे हैं और नहीं जानते कि उनके नाम को लेकर ये कैसा हंगामा हो रहा है।

Content Writer

Vandana