'वाटर बर्थ' के जरिए बच्चे को जन्म देना चाहती है कल्कि, जानिए क्या है यह तकनीक
punjabkesari.in Sunday, Oct 06, 2019 - 01:24 PM (IST)
बॉलीवुड एक्ट्रेस और अनुराग कश्यप की एक्स वाइफ कल्कि कोचलिन जल्द ही मां बनने वाली है, जिसकी खूब उन्होंने खुद एक इंटरव्यू द्वारा दी थी। वहीं उन्होंने एक और बयान दिया है कि वह वाटर बर्थ के जरिए बच्चे को जन्म देना चाहती हैं। जी हां, 5 महीने की प्रेग्नेंट कल्कि ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि वो गोवा में वाटर बर्थ तकनीक के जरिए अपने बच्चे को जन्म देना चाहती हैं। बता दें कि अनुराग कश्यप से तलाक के बाद कल्कि ने दोबारा शादी नहीं की लेकिन लंबे समय से वह इजराइली क्लासिकल पियानिस्ट गाइ हर्शबर्ग (Guy Hershberg) को डेट कर रही हैं।
प्रेगनेंसी को लेकर एक्साइटिड है कल्कि
कल्कि ने कहा, 'वह इसे लेकर काफी रोमांचित महसूस कर रही हैं लेकिन इसके साथ चीजें भी बदल रही हैं। मुझे लगता है कि मेरी प्रतिक्रियाएं चीजों के प्रति बदल रही हैं। मैं अब पहले से कही ज्यादा डेलिब्रेट, सुस्त और बीमार सी हो गई हूं। जब मां बनने का समय नजदीक आती है, तो इससे आत्मा में एक नई चेतना लाता है।'
कल्कि ने शुरू कर दी है तैयारी...
वाटर बर्थ तकनीक से बच्चे को जन्म देने के लिए कल्कि ने तैयारी भी शुरू कर दी है। उन्होंने स्ट्रिक व स्वस्थ लाइफस्टाइल को फॉलो करना शुरू कर दिया है। स्ट्रेस फ्री रहने के लिए कल्कि गाने सुनती है, सुबह वॉव व योगा करती हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने मोबाइल फोन का यूज भी बंद कर दिया है।
इसलिए चाहती हैं वाटर बर्थ से बच्चे का जन्म
उन्होंने बताया कि वह भी वाटर बर्थ प्रक्रिया से पैदा हुई थी इसलिए वो उसी तरह अपने बच्चे को जन्म देना चाहती है, जिस तरह उनकी मां ने किया था।
बता दें कि हाल ही में ब्राजीलियन एक्ट्रेस ब्रुना अब्दुल्लाह जो अब बॉलीवुड में छोटे-छोटे रोल कर चुकीं हैं ने भी अपने बच्चे को वाटर बर्थ तकनीक द्वारा ही जन्म दिया।
चलिए अब हम आपको बताते हैं कि जन्म देने के पारंपरिक तरीकों से वाटर बर्थ (पानी में बच्चे का जन्म देना) कितना अलग है...
क्या है वाटर बर्थ तकनीक?
भारत की तुलना में शिशु को जन्म देना विदेशों में ज्यादा फेमस है लेकिन अब भारतीय महिलाएं भी इस तकनीक का सहारा ले रही हैं। वाटर बर्थ तकनीक इसलिए अगल है क्योंकि इसमें बच्चे को बिस्तर पर जन्म नहीं देना होता, न ही इसमें किसी तरह की कोई सर्जरी की जाती है। वाटर बर्थ का मतलब है कि पानी में बच्चे को जन्म देना। इसमें एक बड़े टब में गुनगुना पानी डालकर गर्भवती महिला को बैठाया जाता। यह प्रक्रिया अस्पताल और घर दोनों में की जा सकती है। इससे प्रसव के दौरान दर्द कम होता है। हालांकि, इसे बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए, नहीं तो बच्चे की सेहत को नुकसान हो सकता है।
वाटर बर्थ के फायदे
-नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले, इस तकनीक में प्रसव के दौरान महिलाओं को कम दर्द झेलना पड़ता है। दरअसल, गर्म पानी पेनकिलर की तरह काम करता है, जिससे इस दौरान दर्द कम होता है।
-इसमें प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने की जरूरत नहीं पड़ती।
-इस तकनीक से बच्चे का जन्म कम समय में हो जाता है।
-वाटर बर्थ के समय कोई दवा लेने की जरूरत नहीं है।
-गर्म पानी मांसपेशियों को आराम देता है और ऑक्सीटोसिन को बढ़ाता है। इससे डिलीवरी बहुत जल्दी हो जाती है।
जहां हर चीज का एक फायदा होता है वहीं उसके कुछ नुकसान भी होते हैं। चलिए जानते हैं वाटर बर्थ के खतरे...
-इस दौरान जरा-सी चूंक बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। साथ ही इससे बच्चे को इंफैक्शन का खतरा भी होता है।
-ऐसे मामलों में, गर्भनाल की प्रक्रिया के दौरान टूटने की संभावना भी होती है, जो बच्चे की सेहत के लिए सही नहीं है।
पानी में जन्म देने से कई बार बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इससे उसे सांस लेने में परेशानी, बुखार हो सकता है।
अगर आप भी वाटर बर्थ तकनीक के जरिए बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो घबराए नहीं बल्कि किसी एक्सपर्ट की सहायता लें। साथ ही हैल्दी डाइट, व्यायम और स्वस्थ जीवनशैली को फॉलो करें, जैसा की कल्कि कर रहीं है।