कभी परिवार के लिए ट्यूशन पढ़ाती थी यह लड़की, अब नासा में लेगी एंट्री
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2019 - 12:30 PM (IST)
जीवन में व्यक्ति की इच्छाशक्ति को तोड़ने के लिए बहुत सारी बाधाएं आती है जिनसे जीतने के लिए न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शक्ति की भी जरुरत होती है। आज हम ऐसी ही एक लड़की के बारे में बताएंगे जिसने न केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक मुश्किलों को भी पीछे छोड़ कर जीत हासिल की है। तमिलनाडु के एक गांव की रहने वाली के जयलक्ष्मी 11 वीं कक्षा की विद्यार्थी है। इस छोटी सी उम्र में जयलक्ष्मी अपने पूरी परिवार का पालन पोषण करती है। उनका पेट भरने के लिए वह दिन रात काम करती है। वहीं अब एक प्रतियोगिता को जीतने के बाद उसे नासा जाने का मौका मिला है।
जयलक्ष्मी तमिलनाडु के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती है। इस दौरान उसने एक महीने के लिए इंग्लिश की कोचिंग क्लास ली। जिसकी मदद से उसने ग्रेड 2 अंक हासिल किए है। जिसके बाद उसे नासा जाने का मौका मिला है।
बेचती है काजू और पढ़ाती है ट्यूशन
जयलक्ष्मी ने अपनी मानसिक रुप से बीमार मां और छोटे भाई की जिम्मेदारी को उठाते हुए काम करना शुरु किया था। वह स्कूल की 8 और 9 कक्षा की छात्राओं को ट्यूशन देती है और काजू बेचती है। वह कई तरह की नेशनल स्कॉलरशिप भी जीत चुकी है।
पिता रहते है अलग
उन्होंने बताया कि उनके पिता अलग रहते है और एक बार ही पैसे भेजते है। उनके दोस्तों और शिक्षकों ने पासपोर्ट हासिल करने में उसकी काफी मदद की है। इसके बाद पासपोर्ट अधिकारी ने उसे 500 रुपए दिए। वह कलेक्टर से अनुरोध कर रही है कि वह उसकी यात्रा में होने वाली खर्च में कुछ मदद करें। एपीजे अब्दुल कलाम हमेशा से उसकी प्रेरणा रहे है। वह अंतरिक्ष के बारे में अधिक से अधिक पढ़ना चाहती है। नासा जाना उसके लिए बहुत खुशी की बात है लेकिन अभी भी वह आने-जाने के खर्चे को लेकर काफी सोच में है।