भगवान श्रीकृष्ण के इन 5 मंदिरों में जन्माष्टमी में होती है अलग ही धूम
punjabkesari.in Monday, Aug 10, 2020 - 07:19 PM (IST)
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव यानि जन्माष्टमी का त्योहार बडी धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो दुनियाभर में भगवान श्रीकृष्ण के लाखों मंदिर स्थापित हैं। सभी की महिमा अपरंपार है। मगर आज हम आपको भगनाव श्रीकृष्ण के 5 ऐसे मंदिरों के बारे में बताते हैं, जहां भगवान जी के सिर्फ दर्शन मात्रा से ही मन को शांति मिलने के साथ हर मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही यहां कि जन्माष्टमी देखने योग्य होती है।
मथुरा का द्वारकाधीश मंदिर
मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर की जन्माष्टमी बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है। इस मंदिर की खास बात है कि यहां पर श्री कृष्ण की काले रंग की और राधाजी की सफेद रंग की प्रतिमा स्थापित है। ऐसे में यहां दोनों का पूजन किया जाता है। यहां पहुंचने वाले भक्तों को भगवान जी के दर्शन मात्र से ही सुकून व शांति मिलती है। साथ ही सच्चे मन से भक्ति करने पर भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
श्रीनाथ जी मंदिर
भगवान श्रीकृष्ण का श्रीनाथ जी मंदिर राजस्थान के नाथद्वार पर स्थापित है। यह उनका काफी भव्य और प्रसिद्ध मंदिर है। यहां सालभर भक्त भगवान जी के दर्शन और उनकी कृपा पाने आते हैँ। जन्माष्टमी के पावन दिन पर दूर-दूर से भक्तजन यहां आते हैं। भगवान श्रीकृष्ण का यह अलौकिक और भव्य मंदिर यहां पर स्थापित मूर्तियों से प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि मेवाड़ के प्रसिद्ध राजा इस मंदिर में स्थापित मूर्तियों को मुसलमान शासक औरंगजेब से बचाकर गोवर्धन की पहाड़ियों से होकर यहां लाए थे। ऐसे में जन्माष्टमी के खास दिन में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन जरीर करने जाना चाहिए। इन दिन भगवान श्रीनाथ जी अपने भक्तों के सभी पापों को माफ कर उन्हें मुक्ति प्रदान करते हैं।
श्रीकृष्ण मठ मंदिर
श्रीकृष्ण मठ मंदिर उडुपी कर्नाटकमें स्थापित है। यह एक प्रसिद्ध और भव्य मंदिर है। यहां पर भगवान जी के दर्शन करने के लिए सालभर भक्तों की भीड़ लगी रहती है। मगर जन्माष्टमी के शुभ दिन पर इस मंदिर की रौनक देखते योग होती है। पूरे मंदिर को बड़े ही अनोखे और खूबसूरत ढंग से सजाया जाता है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां पर भगवान जी की पूजा सीधे मंदिर में जाकर नहीं बल्कि मंदिर की खिड़की के 9 छिद्रों में से होती है।
द्वारकाधीश मंदिर
भगवान श्रीकृष्ण का द्वारकाधीश मंदिर गुजरात में बसा है। यह मंदिर चार धाम में से एक माना जाता है। जन्माष्टमी के शुभ दिन पर इस मंदिर में दूर-दूर से भक्त आकर भीकृष्ण की कृपा पाते हैं। यहां पर जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस खास दिन पर मंदिर को चारों तरफ से बहुत ही सुंदर ढंग से सजाया जाता है। इस मंदिर की खूबसूरती देख कर किसी का भी मन मोहित हो उठता है। मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के सिरफ दर्शन करने से ही जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
श्री बांके बिहारीजी मंदिर
भगवान श्रीकृष्ण का बांकेबिहारी मंदिर वृंदावन की भूमि पर स्थापित है। माना जाता है कि यहां पर स्थापित बंके बिहारी की मूर्ति अपने आप प्रकट हुई थी। इस मंदिर में साल में सिर्फ एक दिन यानि जन्माष्टमी के शुभ दिन पर मंगला आरती होती है। ऐसे में दूर-दूर से भक्त व यात्री भगवान के दर्शन करने आते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने अपना बचपन वृंदावन में बीताया था। इसी लिए इस मंदिर को श्रीबंकेबिहारी मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में जाकर सच्चे मन से भक्ति करने पर भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्त पर मेहरबान होते हैं।