अब नाइट अट्रैक्शन बनकर उभरा Jallianwala Bagh! थ्री डी थिएटर शो का पर्यटक ले पाएंगे मजा

punjabkesari.in Thursday, Apr 13, 2023 - 02:26 PM (IST)

 भारतीय इतिहास में जलियांवाला बाग हत्‍याकांड एक गहरे सदमे की तरह दर्ज है। 13 अप्रैल सन् 1919 को बैसाखी को मौके पर हजारों लोग पंजाब के जलियांवाला बाग में इकट्ठे हुए थे अंग्रजी सरकार के 'दमनकारी रोलेट एक्ट' के खिलाफ शांतीपूर्वक और अहिंसक प्रदर्शन करने। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। लेकिन कुछ ही देर में दीवार से चारों ओर से बंद बाग के एकलौते गेट को अंग्रेजी सिपाहियों ने घेर लिया और फिर जो हुआ वो तो सब को मालूम ही है। अंग्रेज अधिकारी रेजिनाल्ड एडवर्ड हैरी डायर के आदेश पर सिपाहियों ने गोली चलानी शुरु किया, जिसमें 500-1500 बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे। 13 अप्रैल का वो काला दिन इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों में लिखा गया। 

उस दिन के बाद इसे एक शाहादत के स्मारक के तौर पर देखा जाता है। हालांकि अब कुछ सालों में इसमें काफी बदलाव आए हैं।

अब जलियांवाला बाग एक शाहादत स्मारक होने के साथ-साथ एक टूरिस्ट स्पॉट और नाइट अट्रैक्शन पॉइंट के तौर पर उभरा है। बता दें कि अब यहां आने वाले पर्यटकों को दिन में घूमने के बाद भी रात 9 बजे तक बाग से जुड़ी जानकारियां हासिल करने और बाग का सौंदर्य देखने का अवसर मिलता है।

जलियांवाला बाग अब सुबह 9 से रात 9 बजे तक खुला रहता है। इस बाग में  म्यूजिकल फाउंटेन, 4 गैलरीज, स्पेशल इफेक्ट्स लाइटिंग, थ्री डी थिएटर भी शुरु हुआ है। 

 

वहीं शहीदी कुआं 15 फीट ऊंचा किया गया है।

बाग में ज्योति लाइट को भी शिफ्ट किया गया है। सैलानियों के लिए लाइट एंड साउंड प्रोग्राम अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी में 15 मिनट का होता है। विजिटर गैलरी में पर्टयकों की सुविधा के लिए एसी का प्रबंध है।।

Content Editor

Charanjeet Kaur