क्या आपका बच्चा भी बिस्तर गीला करता है?

punjabkesari.in Friday, Jan 06, 2017 - 03:29 PM (IST)

पेरेटिंग: बच्चों द्वारा बचपन में बिस्तर पर सू-सू करना सभी घरों में सामान्य-सी बात है। कई बच्चे तो बड़े हो जाने पर भी इस आदत को नहीं छोड़ते। ऐसे बच्चे बिस्तर गीला होने पर शर्मिंदा भी हो जाते हैं। बच्चे का 5 वर्ष की आयु के बाद भी बीच में पेशाब करना एक चिंता का विषय बन जाता है।स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के बिस्तर पर पेशाब करने का संबंध कब्ज या मानसिक तनाव से भी हो सकता है, इसलिए माता-माता के लिए जरूरी है कि वे ऐसी स्थिति में बच्चे को बाल-चिकित्सक के पास ले जाएं।
यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों बच्चे नींद में बिस्तर गीला करते हैं।

 
क्या है बिस्तर गीला करना
बेड-वेटिंग को नींद में बिस्तर गीला करना कहते हैं।  यह शब्द उनके लिए इस्तेमाल किया जाता है जो नींद में अपने पेशाब पर काबू नहीं कर पाते और बिस्तर गीला कर देते हैं। हालांकि यह समस्या हर उम्र के लोगों को प्रभावित करती है लेकिन मुख्य रूप से छह साल तक के बच्चों में  देखी जाती है।


गहरी नींद एक बड़ी वजह
जब बच्चा जगा होता है, तब उसके दिमाग और ब्लैडर के बीच संपर्क बना होता है। इस वजह से वो दिन के वक्त अपने ब्लैडर पर काबू पा लेता है और बिस्तर पर सू-सू नहीं करता। लेकिन जब बच्चा गहरी नींद में होता है तो उसके ब्लैडर और दिमाग के बीच दिन की तरह संपर्क नहीं हो पाता और वह नींद में ही बिस्तर गीला कर देता है।


अनुवंशिकता
ज्यादातर मामले में देखा गया है कि वही बच्चे बिस्तर गीला करते हैं, जिनमें आनुवंशिक रूप से ये समस्या होती है यदि मां-बाप में से कोई एक अपने बचपन में  बिस्तर गीला करते रहे हों तो उनके बच्चों में इसकी संभावना 50 फीसदी बढ़ जाती है। एेसे में देखा गया है कि जिस उम्र में बच्चे के पेरेंट्स ने बिस्तर गीला करने की आदत छोड़ी थी, उसी उम्र में बच्चा भी छोड़ देता है।


 कमज़ोरी वजह से
यदि बच्चा तनाव ग्रसित रहता हो तो में सामान्य बच्चों की तुलना में उसके बिस्तर गीला करने की संभावना बढ़ जाती है। इसके इलावा यदि बच्चे को कोई अंदरूनी कमज़ोरी हो तो भी यह समस्या ज्यादा आती है।


कब्ज
कब्ज भी बच्चों के बिस्तर गीला करने की वजह हो सकती है। अंदरूनी इन्फेक्शन की वजह से भी बिस्तर गीला करने की संभावना बढ़ जाती है।

Content Writer

Vandana