Corona Alert: क्या हवा से फैल रहा कोरोना? जानिए क्या है वैज्ञानिकों का कहना

punjabkesari.in Monday, Jul 06, 2020 - 03:09 PM (IST)

कोरोना का कहर तेजी से फैल रहा है। अबा तब इसके लक्षणों के बारे में ठीक से कुछ कहा नहीं जा सकता है। मगर फिर भी वैज्ञानिकों के द्वारा इसके फैलने के संदर्भ में अलग-अलग दावे किए जा रहे है। वही उनका कहना है कि यह वायरस हवा के माध्यम में तेजी से फैल कर लोगों को अपनी चपेट में लें रहा हैं। वहीं बात अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्ल्यूएचओ की करें तो उनके मुताबिक यह हवा के जरिए लोगों में नहीं फैलता है। तो चलिए जानते है इसके फैलने के संदर्भ से जुड़ी कुछ खास बातें...

हवा से भी फैल रहा कोरोना

239 वैज्ञानियों द्वारा द्वारा 32 देशों में किए शोधों द्वारा पाया गया कि यह वायरस हवा में काफी देर तक मौजूद रहने से लोगों को संक्रमित करता है। उनके अनुसार इस गंभीर वायरस के कण हवा में कई घंटों तक जिंदा रहते है। ऐसे में उस दौरान हवा में आए लोग तेजी से उसकी चपेट में आकर शिकार हो सकते है। 

हवा में कैसे पहुंचता है कोरोना

मगर डब्ल्यूएचओ ने इसके फैलने के संदर्भ में अलग नजरिया बताते हुए कहा कि यह जानलेवा वायरस हवा से नहीं फैलता। उनके अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के थूकने, कफ, छींकने या बोलते समय मुंह से निकलने वाले विषैले पदार्थों से फैलता हैं। असल में थूकने से मुंह से निकलने वाले कण ज्यादा हल्के न होने के कारण जल्दी से हवा में नहीं उड़ते है। बल्कि वहीं पर कुछ घंटों तक मौजूद रहते है। 

कितना फैल चुका है देश में कोरोना?

बात अगर हम कोरोना से संक्रमित लोगों की करें तो पूरे विश्व में लगभग 1 करोड़ 15 लोग इसके शिकार हो चुके है। इसके अलावा इसकी चपेट में आए 5 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके है।  

बता दें, एक रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने इस वायरस से जुड़ी बातों को साफ करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन को संशोधन करने के लिए आग्रह किया हैं। साथ ही 32 देशों के कुल 239 वैज्ञानिकों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को एक पत्र द्वारा अपील की है कि इस बात का ठोस सबूत दिया जाए कि इसके इस गंभीर वायरस के कण हवा में फैलकर लोगों को अपना शिकार बनाते है। इसके अलावा डब्ल्यूएचओ में कोरोना टेक्निकल टीम के हेड ने इसके संदर्भ में 
कहा है कि ' ऐसा भी हो सकता है कि यह जानलेवा वायरस एयरबोर्न हो मगर फिर इसके पीछे किए गए किसी भी दावे को लेकर अभी तक कोई ठोस सबूत न मिलने के कारण इसके फैलने के बारे में कुछ साफ- स्पष्ट तरीके से कुछ कहा नहीं जा सकता है। 

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neetu