सलाम: IPS के साथ-साथ टीचर की भूमिका भी निभा रही अंकिता, गरीब छात्रों की कर रही मदद
punjabkesari.in Tuesday, Dec 01, 2020 - 03:18 PM (IST)
जिंदगी में सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती। जिस तरह हमें छत पर जाने के लिए एक-एक सीढ़ी चड़नी पड़ती है वैसे ही सफलता पाने के लिए भी हमें एक-एक दिन मेहनत करनी पड़ती है। बहुत से ऐसे युवा हैं जिनकी जिंदगी में तमाम मुश्किलें हैं लेकिन उनकी मेहनत के रास्ते में यह मुश्किलें नहीं आईं इसी कारण से वह आज अपनी जिंदगी में इतने सफल हैं। वहीं यह भी कहते हैं कि जो खुद दर्द से गुजरा हो वह दूसरों के दुख को हमेशा समझता है और एक ऐसी ही मिसाल पेश की है IPS अंकिता शर्मा ने। दरअसल अंकिता शर्मा उन युवाओं की मदद के लिए आगे आई है जो उन्हीं की तरह IPS बनने का सपना देखते हैं लेकिन इसके एग्जाम की फीस नहीं दे सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे अंकिता इन युवाओं की मदद कर रही हैं।
25 बच्चों को पढ़ा रही अंकिता
हमारे देश में बहुत से युवा बच्चे हैं जिनका सपना है IPS बनने का लेकिन उनके रास्ते में तमाम मुश्किलें आती है। कोई फीस देने के लिए सक्षम नहीं है तो कोई किताबें खरीदने के लिए। ऐसे में अंकिता इन बच्चों की मदद के लिए आगे आई है। दरअसल वह हर रविवार को UPSC की तैयारी कर रहे करीब 25 बच्चों को पढ़ाने का नेक काम कर रही हैं और उनकी कोचिंग में मदद कर रही है। हालांकि अंकिता पूरा सप्ताह अपने काम में बिजी रहती हैं लेकिन बात जब बच्चों की मदद की आती है तो वह शिक्षिका बन जाती है और सभी बच्चों की मदद करती हैं जो सच में आंखों में सपने लिए बैठे हैं।
कौन है अंकिता शर्मा?
अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक छोटे से गांव से हैं। अंकिता एक साधारण परिवार से ही थी और अपनी सारी पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही की। हालांकि फिर उनके मन में प्रशासनिक सेवाओं में कुछ करने का ख्याल आया हालांकि अंकिता को भी बाकीयों की तरह काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि उस समय उनका कोई मार्गदर्शन करने वाला नहीं था लेकिन अंकिता ने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करती गई। हालांकि तमाम कठिनाइयों के बाद 2018 में वो अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास करने में सफ़ल रहीं।
इस तरह आया मदद का ख्याल
अंकिता की मानें तो उन्हें अपने समय में परीक्षा के दौरान काफी मुश्किल हुई इसका कारण था कि उन्हें कोई सिखाने वाला नहीं था जिसके कारण उन्हें काफी दिक्कतें आईं। वहीं जब अंकिता ने खुद एग्जाम क्लियर किए तो उसे महसूस हुआ कि उसी की तरह ऐसे कईं बच्चे होगें जिनके पास कोई सही सलाह देने वाले या फिर उनका सही मार्गदर्शन करने वाला नहीं है। ऐसे में अंकिता के मन में ख्याल आया कि वह क्यों न उन बच्चों की मदद करें। इसके बाद अंकिता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए लोगों से जुड़ना शुरू किया। उन्होंने इस संबंध में एक पोस्ट में किया और लिखा कि जो युवा यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं अगर उन्हें किसी सहायता की जरूरत पड़े तो वे रविवार सुबह 11 से दोपहर 1 के बीच आजाद चौक थाना में मिल सकते हैं। इस मैसेज के बाद बहुत से बच्चे उनके पास पढ़ने के लिए आए और वह इनकी लगातार मदद कर रही है।
क्राइम को कंट्रोल करने के लिए जानी जाती हैं अंकिता
अंकिता ने खुद की मेहनत से सफलता हासिल की और अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया। इसके साथ-साथ अंकिता रायपुर में बढ़ रहे क्राइम को कंट्रोल करने के लिए भी जानी जाती है।