International Epilepsy Day: क्यों पड़ते हैं मिर्गी के दौरे, कैसे करें इलाज?

punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2020 - 05:05 PM (IST)

Epilepsy Day यानि एपिलेप्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर है, जिसकी वजह से व्यक्ति को दिमागी तौर पर दौरे पड़ते हैं। यह दौरा कब, कहां, कैसे और कितनी देर तक चलेगा इस बारे में कुछ पता नहीं चलता। हैरानी की बात यह है कि दौरा पड़ने के बाद व्यक्ति एक दम फिर से नार्मल हो जाता है, उसे देखकर कोई नहीं कह सकता कि 2 मिनट पहले इसे मिर्गी का दौरा पड़ा है।

आइए आज International Epilepsy Day 2020 के मौके पर जानते हैं इस बीमारी के इलाज, परहेज और ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से...

 

क्यों पड़ते हैं मिर्गी के दौरे?

कुछ लोगों को यह दौरे माथे या फिर सिर में लगने वाली चोट की वजह से पड़ते हैं। कुछ मामलों में यह समस्या जेनेटिक भी होती है। एक रिपोर्ट के अनुसार 35 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। जो प्रेगनेंट महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान खान-पान का ध्यान नहीं रखतीं, उनके जन्म लेने वाले बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिलती है।

मिर्गी के लक्षण 

- मरीज का बेहोश होना

- दांत भिंचना

- शरीर लडख़ड़ाना

- मुंह से झाग निकलना

- लगातार एक ही तरफ देखते रहना

मिर्गी का इलाज

वैसे तो यह एक लाइलाज बीमारी है, मगर यदि आप रुटीन में दवा का सेवन करते रहते हैं तो आप दौरे पड़ने वाली इस समस्या से बच सकते हैं। मगर इस बात में भी एक समस्या है कि कुछ देशों तक इस बीमारी की दवा पहुंच नहीं पा रही। जिस वजह से इन पेशेंट्स को बहुत पेरशानी उठानी पड़ती है। यदि आप इसका रेगुलर ट्रीटमेंट लेते हैं तो आप मिर्गी के दौरों से बहुत आसानी से बच सकते हैं।

साथ ही आपको अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखना है, जैसे कि मिर्गी के पेशेंट्स को एटकिंस डाइट (Atkins Diet) का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। Atkins Diet यानि कम से कम लो कार्ब वाला खाना। 

रुटीन में एक्सरसाइज

मिर्गी के पेशेंट्स को कभी भी हार्ड वर्कआउट, जिम, ऐरोबिक्स या फिर कोई भी सांस चढ़ाने वाला वर्कआउट नहीं करना चाहिए। इन मरीजों को केवल योग और हल्की फुल्की सैर करनी चाहिए। सर्दियों में घर के अंदर रहकर ही वर्कआउट करना इनके लिए फायदेमंद रहता है।

स्ट्रेस

कोशिश करने इन पेशेंट्स को जितना हो सके कम तनाव दें। इन मरीजों को कहीं अकेले भेजना इनके लिए सेफ नहीं है, कोशिश करें इनके साथ हमेशा एक घर का व्यक्ति रहे।


क्या करें?

. मरीज को घेरे नहीं

. खुली हवा में लेटाएं

. कपड़ों को ढीला करें

. सिर के नीचे मुलायम कपड़ा रखें

. रोगी के मुंह में कुछ न डालें

. डॉक्टर की बताई दवा खिलाएं

. एम्बुलेंस बुलाए
 

मिर्गी पड़ने पर क्या न करें?

देखभाल के साथ-साथ मिर्गी का दौरा पड़ने पर क्या नहीं करना चाहिए? इसके बारे में भी जानकारी होना लाजमी है...

 

- व्यक्ति के मुंह में कुछ डालने की कोशिश न करें।

- मरीज को पकड़ने की कोशिश न करें।

- पूरी तरह से ठीक हुए बिना मरीज को कुछ भी न खिलाए-पिलाए।

- जितना हो सके उसे प्यार से संभालने, न घबराएं और न ही ओवर एक्ट करें। 

Content Writer

Harpreet