विश्व चाय दिवस: चाय के शौकीन लोगों को जरूर पसंद आएंगे भारत के ये 5 Tea Garden

punjabkesari.in Friday, May 21, 2021 - 05:21 PM (IST)

लोग अक्सर अपने दिन की शुरुआत चाय पीने से करते हैं। इससे उन्हें एनर्जी मिलने से दिनभर के काम करने में आसानी होती है। वहीं इन लोगों को चाय की महक भी बेहद पसंद होती है। वहीं बात चाय के बागानों की करें तो भारत के कई शहर व जगहें अपनी खूबसूरती, प्राकृतिक नजारों के साथ चाय के बागानों से भी मशहूर है। साथ ही जगहों पर लोगों को घूमने की भी अनुमति है। वहीं 21 मई यानी आज दुनियाभर में 'विश्व चाय दिवस' मनाया जा रहा है। बता दें, पहले इसे 15 दिसंबर को मनाया जाता था। मगर पिछले यानी 2020 से इसकी तारीख में बदलकर 21 मई कर दी गई है। तो आइए आज इस मौके पर हम आपके भारत के कुछ खास चाय के बागान के बारे में बताते हैं...

दार्जिलिंग 

दार्जीलिंग पश्चिम बंगाल में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यह अपनी खूबसूरती के साथ चाय के बागान से दुनियाभर में मशहूर है। यहां पर लोग खासतौर पर चाय की खेती करते हैं। ऐसे में आप यहां के 'हैप्पी वैली टी एस्टेट' को देखने का मजा उठा सकते हैं। बात दार्जिलिंग की चाय की करें तो इसका रंग हल्का होता है। साथ ही इससे फूलों की खुशबू आती है। वहीं भारत के कुल चाय के उत्पादन में करीब 25 प्रतिशत दार्जिलिंग में की जाती है।

कर्नाटक 

कर्नाटक के चिकमगलूर में बना 'केलागुर टी एस्टेट' पर्यटकों द्वारा बेहद मशहूर है। यहां पर आप चाय पीने के साथ प्राकृतिक नजारों का भी आनंद ले सकते हैं। 

असम 

असम को भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य माना जाता है। असम भारत के उत्तरपूर्व में है। असम की मशहूर मॉल्टी असमिया चाय अधिकतर ब्रह्मपुत्र घाटी में ही उगाई जाती है। वहीं घाटी के ठीक बीच में स्थित जोरहाट को 'विश्व की चाय की राजधानी' 'Tea Capital of the World' कहते हैं।

कोलुक्कुमालै 

कोलुक्कुमालै तमिलनाडु में स्थित है। यहां का चाय एस्टेट बेहद ऊंची चोटी पर बना है। ऐसे में शायद इसे दुनिया का सबसे ऊंचा चाय बागान है। बेहद चोटी पर होने के कारण यह चाय अपनी अलग सुगंध और स्वाद के लिए मशहूर है। यहां पहुंचने के लिए मुन्नार शहर से करीब 32 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी। मगर यहां का शांत वातारवरण किसी को भी मोहित कर देगा। 

पालमपुर 

हिमाचल का पालमपुर अपनी खूबसूसरती के साथ चाय के बागान से भी फेमस है। 19वीं सदी में यहां पर चाय बागान की स्थापना हुई थी। वहीं पालमपुर सहकारी चाय कारखाने में लोगों को घूमने-फिरने की भी अनुमति है। कांगड़ा घाटी में ‘वाह टी एस्टेट’ सबसे बड़ा चाय का एस्टेट हैं। 


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neetu