Indian Hockey Team ने रचा इतिहास, 41 साल बाद देश की झोली में डाला बॉन्ज मेडल

punjabkesari.in Thursday, Aug 05, 2021 - 11:23 AM (IST)

भारत की पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीता। मास्को में 1980 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से यह हॉकी में भारत का पहला ओलंपिक पदक है। भारतीय पुरुष टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक देश के नाम कर 41 साल का इंतजार खत्म किया। भारत को स्कोर बराबर करने के लिए मैच में दो बार पीछे से वापसी करनी पड़ी और फिर बढ़त लेने के लिए जोर लगाना पड़ा।

पिछली बार भारत ने हॉकी में पदक 1980 के मास्को खेलों में जीता था जहां उन्हें स्वर्ण पदक मिला था। गुरुवार को भारत ने रोमांचक वापसी करते हुए जर्मनी से बेहतर जीत हासिल करते हुए पदक के झंझट को खत्म कर दिया। सिमरनजीत सिंह ने एक ब्रेस बनाया जबकि हार्दिक सिंह, हरमनप्रीत सिंह और रूपिंदर पाल सिंह ने भी भारत के लिए स्कोरशीट में अपना नाम दर्ज कराया।

जर्मनी ने पहले क्वार्टर के दूसरे मिनट में तैमूर ओरुज के गोल से शुरुआती बढ़त बना ली थी। सिमरनजीत सिंह ने 17वें मिनट में गोल कर भारत को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। जर्मनी ने हालांकि वापसी की और दूसरे क्वार्टर में दो और गोल करके 3-1 की बढ़त बना ली।

हार्दिक सिंह ने भारत के लिए 2-3 रन बनाने के लिए एक गोल वापस खींच लिया, जबकि हरमनप्रीत सिंह ने फिर से दूसरी तिमाही के अंत में भारत को स्तर की शर्तों पर रखने के लिए नेट पर वापस पाया। मनप्रीत सिंह की टीम के लिए तीसरा क्वार्टर सबसे फायदेमंद साबित हुआ क्योंकि रूपिंदर पाल सिंह ने पेनल्टी स्ट्रोक से कोई गलती नहीं की और भारत को 4-3 की शानदार बढ़त दिला दी।

चीजें केवल बेहतर होती गईं क्योंकि सिमरनजीत सिंह ने मैच का अपना दूसरा गोल करके भारत को अंतिम क्वार्टर में 5-3 की बढ़त दिला दी। जर्मनी ने अंतिम क्वार्टर में कड़ी मेहनत की और कई पेनल्टी कार्नर में से एक गोल से भारत को पीछे छोड़ने में सफल रहा।

Content Writer

Anjali Rajput