देश की पहली महिला पायलट 'सरला' जिन्होंने साड़ी पहन कर उड़ाया था प्लेन, बड़ी दिलचस्प हैं इनकी स्टोरी

punjabkesari.in Thursday, Jul 18, 2019 - 02:19 PM (IST)

बोटल केप चेलेंज के बाद ट्विटर पर एक नया हैशटेश चेलेंज तेजी से वायरल हो रहा है जो महिलाओं से संबंधित है। इस हैशटैग का नाम है #sareetwitter। साड़ी से आपको काफी हद तक समझ आ गया होगा कि यह ड्रेस से जुड़ा चेलेंज हैं। दरअसल, इस चेलेंज के अनुसार महिलाओं को साड़ी पहने अपनी फोटो शेयर करनी हैं। इस चेलेंज में बॉलीवुड, पॉलिटिक्स की नामी हस्तियां ही नहीं बल्कि आम महिलाएं भी हिस्सा ले रही हैं। हाल ही में प्रियंका गांधी ने भी इस चेलेंज को असेप्ट किया और डाल दी 22 साल पुरानी वेडिंग साड़ी पहने एक खूबसूरत फोटो जिसे लोगों ने खूब पसंद भी किया।

बता दें कि साड़ी भारतीय पारंपरिक परिधान में शामिल है। भारत के किसी भी कोने में चले जाएं साड़ी के बिना हर फंक्शन अधुरा माना जाता है। जिस तरह से लोग  #sareetwitter कर रहे है उसमें साड़ी से जुड़े कई किस्से शामिल हो रहे हैं। उन्हीं में से एक है। भारत की पहली महिला पायलट 'सरला ठकराल' का साड़ी से जुड़ा एक किस्सा। वह भारत की वह पहली महिला है जिन्होंने साड़ी पहन कर हवाई जहाज में उड़ान भरी थी। इतना ही नही, वह भारत की पहली महिला पायलट थी जिन्होंने 21 साल की उम्र में हवाई जहाज उड़ाया था।

बचपन से पायलट बनना चाहती थी, पति ने दिया पूरा सहयोग

सरला ठकराल का जन्म 1914 में ठकराल परिवार में हुआ था। बाकी लड़कियों की तरह उनकी शादी भी 16 साल की उम्र में कर दी गई। लेकिन जिस परिवार में उनकी शादी हुई वह काफी खुले विचार वाला परिवार था। उनके पति पायलट थे। सरला का भी बचपन से पायलट बनने का सपना था। जब उन्होंने यह बात अपने पति को बताई तो उन्होंने न केवल उनके विचार की इज्जत की बल्कि उन्हें पायलट बनने के लिए मना लिया। पति के साथ परिवार के सदस्य भी चाहते थे कि उनके परिवार की बहू भी पायलट बने। 

साड़ी में ही लिया प्लेन उड़ाने का फैसला

पायलट बनने के सफर को शुरु करते हुए सरला ने जोधपुर फ्लाइंग क्लब ज्वाइंन किया। सबसे पहले उन्होंने सीखा की प्लेन किस तरह से काम करता हैं। एक दिन जब प्लेन में बैठ कर काम करने का दिन आया तो उन्होंने देखा की अंदर सभी लड़के शर्टपैंट में है। उसके बाद भी उन्होंने अपनी साड़ी बदल कर पैंट शर्ट नही पहनी। तब टीम का हर सदस्य यह देख कर हैरान था। 

सरला थी पहली महिला पायलट 

इससे पहले किसी भी महिला को प्लेन उड़ाते हुए किसी ने नहीं देखा था, सब इस बात पर हैरान थे। लेकिन पहली सफल उड़ान के लिए उन्हें B लाइसेंस मिला। उसके बाद कमर्शियल पायलट बनने के लिए उन्होंने 1000 घंटे की फ्लाइट पूरी की। उन्होंने इस चैलेंज को अपना कर बहुत ही कम समय में फ्लाइट पूरी की। इसके बाद इन्हें A लाइसेंस मिला, तब वह कमर्शियल पायलट बन गई। 

पति की मौत के साथ एविएशन से भी तोड़ दिया रिश्ता 

सरला जब अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रही थी, तब उन्हें खबर मिली कि एक प्लेन क्रैश में उनके पति की मौत हो गई हैं। उसके बाद उन्होंने सोचा कि जब उनके लिए यह सपना देखने वाले पति ही जिंदा नही रहे तो वह यहां रह कर क्या करेगीं। 24 साल की उम्र में ही उन्होंने एविएशन की दुनिया से अपना रिश्ता तोड़ लिया। फिर उन्होंने डिजाइनिंग सीखनी शुरु कर दी। डिजाइनिंग में भी उन्होंने एविएशन की तरह ही अपना नाम बनाया।

 

Content Writer

khushboo aggarwal