ब्रेस्ट के बढ़ते साइज से महिला थी परेशान, निकली यह खतरनाक बीमारी

punjabkesari.in Saturday, Sep 21, 2019 - 02:36 PM (IST)

आजकल महिलाएं अपनी सेहत को लेकर काफी जागरुक रहती है खास कर ब्रेस्ट क्योंकि महिलाओं में ब्रेस्ट से संबंधी कई तरह की बीमारियां हो रही है। हाल ही में दिल्ली के एक अस्पताल में एक केस सामने आया है जिसमें ऑप्रेशन कर महिला की ब्रेस्ट से टिशूज का 11 किलो वजन कम किया गया हैं। 

गिगैंटोमेस्टीआ (gigantomastia)  से ग्रस्त थी महिला 

कुछ दिन पहले अस्पताल में 56 साल की महिला की सर्जरी कर उसकी ब्रेस्ट से 11 किलो के टिशूज को कम किया गया है। जांच के दौरान पता लगा कि यह महिला गिगैंटोमेस्टीआ  (gigantomastia) नाम की बीमारी से ग्रस्त थी। इसमें ब्रेस्ट के टिशूज काफी ज्यादा बढ़ जाते है। धीरे- धीरे उनका साइज इतना बढ़ गया कि सर्जरी करके उसे कम करना पड़ा। इस दौरान महिला के पीठ, कंधों में काफी अधिक दर्द हो रहा था। उनकी ब्रेस्ट इतनी भारी हो चुकी थी कि उन्हें चलने फिरने में काफी परेशानी हो रही थी। वह सीधे हो कर चल नही पा रही थी। 

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इससे पहले जापान में भी इसी तरह का एक केस सामने आ चुका है जिसमें 12 साल की बच्ची के साथ ऐसा हुआ था। 8 महीने के भीतर ही उसकी ब्रेस्ट का साइज इतना बढ़ गया था कि उसकी पूरी रीढ़ की हड्डी झुक गई थी। जिस कारण उसकी सर्जरी करना बहुत ही जरुरी हो गया था। 

क्या है गिगैंटोमेस्टीआ 

इस कंडीशन को ब्रेस्ट हाइपरट्रोफी भी कहा जाता है। महिलाओं में यह कंडीशन बहुत ही कम देखने को मिलती हैं। जिस कारण ब्रेस्ट के टिशू नॉर्मल से काफी ज्यादा बढ़ जाते है। आमतौर पर यह कंडीशन तब होती है जब ब्रेस्ट् का वजन शरीर से 3 फीसदी अधिक हो जाता हैं। 

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क्यों होती है यह समस्या

यह समस्या जेनेटिक, हार्मोनल, व प्रेग्नेंसी के दौरान हो सकती हैं। कई बार यह समस्या लड़कियों में पहली बार पीरियड्स आने पर भी हो जाती हैं। यह समस्या ज्यादातर उनमें होने का खतरा होता है जिनमें हर्मोनल दिक्कत ज्यादा होती हैं। पहली बार पीरियड्स आने व प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह हार्मोन बदलाव आते है। जिस कारण इन ब्रेस्ट टिशू की ग्रोथ देखने को मिलती हैं।

कैसे करें बचाव 

ब्रेस्ट टिशूज अगर अधिक बढ़ चुके है या इनकी ग्रोथ ज्यादा है तो इनका असर आपकी सेहत पर भी पड़ सकता हैं। ऐसे में डॉक्टर सर्जरी करवाने के लिए कहते है। वहीं की बार यह समस्या हॉर्मोनल ट्रीटमेंट की मदद से भी ठीक हो जाती हैं। अगर यह समस्या कम उम्र में हुई है तो ज्यादातर डॉक्टर्स इंतजार करने के लिए कहते है, क्योंकि इस दौरान दी जाने वाली दवाइयों से शरीर में आ रहे बदलावों पर गलत असर पड़ सकता हैं। डॉक्टर्स इसकी सर्जरी व हॉर्मोन ट्रीटमेंट तभी करते है जब इनकी ग्रोथ स्टेबलाइज हो जाती है। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरी बढ़ी हुई ब्रेस्ट के साइज को दवाइयों की मदद से कम किया जा सकता है। 

 


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Content Writer

khushboo aggarwal

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