हड्डियां और दिल हो गया है कमजोर? तो कुछ दिन खा लें इस चमत्कारी आटे की रोटी
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 07:03 PM (IST)

नारी डेस्क: ज्वार, बाजरा, रागी को मोटा अनाज कहा जाता है। इसकी रोटी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। फ़ोर्टिस के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट बताते हैं कि ज्वार, बाजरा और रागी की रोटियां हमारे पाचन तंत्र और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। अगर आप गेहूं की रोटियों की जगह हफ़्ते में कुछ दिन ज्वार, बाजरा या रागी की रोटियां खाएं तो पेट हल्का रहेगा, पाचन दुरुस्त होगा और कई बीमारियों से बचाव मिलेगा।
पचने में आसान है ये आटे
इन मिलेट्स (coarse grains) में फाइबर की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे खाना धीरे-धीरे पचता है और पेट लंबे समय तक भरा रहता है। गैस्ट्रो डॉक्टरों के अनुसार, ये कब्ज़ को दूर करने और आंतों की सफाई में मदद करते हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर आंतों की सेहत को मजबूत करते हैं। लीवर पर ज़्यादा बोझ नहीं डालते और पाचन तंत्र को सक्रिय रखते हैं।
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
ज्वार, बाजरा और रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका मतलब यह है कि ये धीरे-धीरे शुगर रिलीज करते हैं, जिससे डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद रहते हैं। इसे खाने से लंबे समय तक पेट भरा महसूस होता है, जिससे बार-बार खाने की आदत कम होती है। डॉक्टरों के अनुसार, मोटापे और पेट से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए मिलेट रोटियां उत्तम विकल्प हैं।
हड्डियों और दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद
रागी कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। बाजरे में मैग्नीशियम और पोटैशियम होता है, जो दिल की धड़कन को नियंत्रित रखते हैं। इसलिए, अपने रोज़ाना खाने में इन मिलेट रोटियों को ज़रूर शामिल करें।