सेहत का हाल बताते हैं 5 ब्लड टेस्ट, साल में 1 बार जांच जरूरी

punjabkesari.in Friday, Mar 22, 2019 - 12:55 PM (IST)

ब्लड टेस्ट यानी खून की जांच से आप अपनी सेहत के बारे में आसानी से जान सकते हैं। शरीर के सारे फंक्शन को जांचने के लिए ब्लड और यूरिन का टेस्ट कराना सही होता है। इसका कारण यह है कि ब्लड यानी खून हमारे पूरे शरीर में प्रवाहित होता है और किसी भी अंग में गड़बड़ी होने पर खून में भी इसका असर पड़ता है। अगर आप अपनी अंदरूनी सेहत के बारे में जानना चाहते हैं, तो साल में कम से कम एक बार ये 5 ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं। इन टेस्ट्स के द्वारा बीमारियों का सही समय पर पता लग जाने पर इलाज और रोकथाम बहुत आसान हो जाती है और आपको अपनी सेहत का भी अंदाजा हो जाता है।

 

थायरॉइड पैनल

थायरॉइड हमारे शरीर में महत्वपूर्ण हार्मोन्स के स्राव में मदद करता है। आपको हर साल थायरॉइड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर आपको थायरॉइड से जुड़ी बीमारी नहीं भी है, तो भी इस टेस्ट से आपको अपनी सेहत के बारे में जरूरी बातें पता लगेंगी। भारतीय लोगों में थायरॉइड तेजी से बढ़ रहा है। थॉयराइड एक साइलेंट किलर है और ये बीमारी महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है इसलिए थायरॉइड टेस्ट जरूरी है।

 

लिपिड प्रोफाइल

लिपिड प्रोफाइल के द्वारा आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल की जांच करवा सकते हैं। आमतौर पर लिपिड प्रोफाइल में 4 तरह के टेस्ट शामिल होते हैं- टोटल कोलेस्ट्रल (TC), हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL या गुड कोलेस्ट्रॉल), लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL या बैड कोलेस्ट्रॉल) और ट्राईग्लिसराइड्स (TG)। इन सब जांचो के द्वारा आप जान पाएंगे कि आपका दिल कितना हेल्दी है। इस टेस्ट में एडीएल के साइज और उनके पार्टिकल्स के बारे में पता लगाया जाता है। एचडीएल को हाई डेंसिटी लीपोप्रोटीन कहते हैं। इसकी कमी से दिल की बीमारी होने का खतरा रहता है।

 

हीमोग्लोबिन A1C टेस्ट

A1C द्वारा आपके शरीर में ग्लूकोज के पिछले 3 महीने के स्तर का पता लगाया जा सकता है। अगर आप इस टेस्ट को हर साल करवाते हैं, तो आप डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं। डायबिटीज के मरीज भारत ही नहीं, दुनियाभर में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में ये ब्लड टेस्ट बहुत जरूरी है।

 

किडनी फंक्शन टेस्ट

किडनी फंक्शन टेस्ट इसलिए किया जाता है, ताकि ये पता लगाया सके कि आपकी किडनी सही काम कर रही हैं या नहीं। किडनी फंक्शन टेस्ट में 2 प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं, जिन्हें ACR (एल्बुमिन टू क्रिएटिनिन रेशियो) और GFR (ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट) कहते हैं। ACR टेस्ट में आपके यूरिन की जांच की जाती है जबकि GFR टेस्ट में आपके खून में क्रिएटिनिन नाम के तत्व की जांच की जाती है। GFR टेस्ट में मिले क्रिएटिनिन की मात्रा के आधार पर ही ये पता लगाया जाता है कि आपकी किडनियां कितनी ठीक तरह काम कर रही हैं।

 

सीबीसी टेस्ट (कंप्लीट ब्लड काउंट)

कंप्लीट ब्लड काउंट आपके कई अंगों के स्वास्थ्य के बारे में बताता है इसलिए ये एक जरूरी जांच है। कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट द्वारा आपको लिवर, हार्ट और किडनी के बारे में पता चलता है। इस जांच में व्‍यक्ति के खून में मौजूद सेल्स की जांच की जाती है। अगर किसी व्‍यक्ति के खून में रक्‍त कण कम या ज्यादा हैं तो उसे स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी समस्‍या हो सकती है।

Content Writer

Anjali Rajput