Beyond Duty: पहले IAS ने अनाथ बच्ची को लिया गोद, अब निभाया पिता का फर्ज

punjabkesari.in Friday, Feb 11, 2022 - 01:43 PM (IST)

साल 2004, तमिलनाडु में आई सुनामी में जहां कई लोगों ने अपनी जान गवां दी वहीं बहुत से बच्चे अनाथ व बेसहारा भी हो गए थे। उसी सुनामी में 5 वर्षीय सौम्या के माता-पिता को खो दिया। वह खुद मलबे के नीचे दबी हुई मिली थी। मगर, IAS जे राधाकृष्णन ने ना सिर्फ सौम्या की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली बल्कि आज एक पिता का फर्ज भी निभाया।

PunjabKesari

बता दें कि कई बच्चों के अनाथ होने की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार ने वेलिपालयम के पास अन्नाई सत्य गवर्नमेंट होम फॉर चिल्ड्रन नाम से एक घर खोला, जहां सुनामी में अनाथ हुए बच्चों को भर्ती करवाया गया। सौम्या ने भी वहीं शरण ली और राधाकृष्णन के संरक्षण में पली-बढ़ी। 57 वर्षीय शिक्षक और घर के प्रभारी अधीक्षक एम गिरिजा ने कहा, "राधाकृष्णन सर जब भी नागपट्टिनम जाते थे तो वह बच्चों के साथ ही रुकते थे। सुनामी से प्रभावित सभी बच्चे अब बड़े हो गए हैं और अपने अपने रास्ते चले गए। कुछ शादीशुदा भी हैं जबकि कुछ अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं।"

PunjabKesari

राधाकृष्णन ने सौम्या की पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दिया। सौम्या ने एडीएम कॉलेज फॉर विमेन से अर्थशास्त्र में BA करने के लिए घर छोड़ दिया था। उन्हें बाल कल्याण समिति के सदस्य, मलारविझी और दिवंगत सामाजिक कार्यकर्ता सूर्यकला का समर्थन प्राप्त था। अब 22 साल की सौम्या ने रविवार को तिरुपुर के एक तकनीशियन के सुभाष से शादी की।

PunjabKesari

शादी समारोह नागपट्टिनम जिले में ही रखा गया। राधाकृष्णन और उनके परिवार ने जोड़े को मंगलसूत्र देकर शादी की अध्यक्षता की। राधाकृष्णन ने बताया, "सौम्या न केवल हमारी बेटी है बल्कि नागपट्टिनम की बेटी भी है। मैं उसकी शादी को देखकर बहुत खुश और भावुक हूं।" कलेक्टर ए अरुण थंबुराज और एसपी जी जवाहर भी उपस्थित थे और नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दीं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anjali Rajput

Related News

static