पेरेंट्स बच्चों को समझाएं, क्या है गुड और बेड Touch?

punjabkesari.in Wednesday, Aug 09, 2017 - 01:38 PM (IST)

अधिकतर पेरेंट्स बच्चों को खाना, बैठना, दूसरों के साथ अच्छे से बात करने की शिक्षा तो देते है लेकिन उन्हें गुड और बेड टच के बारे में बताना भूल जाते है। जो आज के जमाने में बच्चों का बताना बहुत जरूरी है। दिन-प्रतिदिन छोटे बच्चों के प्रति दरिंदगी की घटनाएं आम सुनने को मिलती है। बच्चे इतने भोले और मासूम होते है कि इन के इरादों को समझ ही नहीं पातें। इसका सबसे बड़ा कारण बच्चों में जागरूकता की कमी है। यह जागरूकता पेरेंट्स की जिम्मेदारी सबसे अधिक है। उन्हें चाहिए की अपने बच्चों को गुड और बेड टच की अच्छे से जानकारी दे ताकि वह दूसरों के गंदे इरादों को समझ कर अपने आपको उन से बचा सकें।

 

बच्चों को सिखाएं-किस पर यकीन कर सकते है।


बच्चें कोई भी बात को अच्छे से केच कर लेते है। बच्चों को 4 साल की उम्र में ही यह बात समझाना शुरू कर दें कि वह किस पर ज्यादा यकीन कर सकते है और किस पर नहीं। बच्चे को रोज एक बात जरूर बताएं कि अगर कोई अनजान व्यक्ति मिले तो उसके साथ कहीं न जाए और किसी के हाथ से कुछ लेकर भी न खाएं।

बच्चे से करें खुल कर बात
अधिकतर पेरेंट्स बच्चों के साथ इस विषय पर बात करने से झिझकते है। ऐसे में उनसे झिझकने के बजाएं उनके साथ खुकर बात करें। उन्हें अपने पास बिठा कर बातों ही बातों में पुरे दिन की जानकारी पता करें। बच्चों को कभी भी ऐसा महसूस न होने दे कि अगर वह आपको कुछ बताएंगा तो उसे डांट या मार पड़ेगी बल्कि प्यार से बात करें।

प्यार से समझाएं सभी बातें
इस विषय में बच्चे को धैर्य और आराम से जानकारी दें। बच्चों से कहें कि अगर कोई आपको जबरदस्ती गोद में बैठाने की कोशिश कर रहा है या चूम रहा हो तो तुरंत इंकार कर दें और हमें यानी अपने पेरेंट्स को इसके बारे में बताएं।

बच्चों का भरोसा जीतें 
बच्चों को हमेशा अपने साथ होने का भरोसा दिलाते रहें। ऐसे में बच्चा हर छोटी-बड़ी बात पेरेंट्स से शेयर करेगा। अगर कोई उसे गंदी निगाह या गंदा लग रहा होगा तो वह सबसे पहले अपने पेरेंट्स को ही इस विषय में बताएंगा।


 

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