प्रैग्नेंसी में साइटिका के दर्द को ऐसे करें दूर

punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2016 - 02:41 PM (IST)

स्लिप डिस्क का उपचार : साइटिका का दर्द नर्व लोअर से निकलता है, जो पैरों से नीचे की तरफ जाता है। इसके बाद पैरों की कई नसों तक पहुंचता है। इसी के जरिए ही पैर उत्तेजना और मसल्स में हलचल महसूस होती है। जलन और पीठ पर दबाव पड़ने से दर्द अधिक होने लगता है। यह दर्द स्लिप डिस्क और कमजोरी के कारण भी देखने को मिलता है। यह दर्द कई बार सिर्फ एक पैर तक भी पहुंचता है। ऐसे ही प्रैग्नेंसी के समय अक्सर महिलाएं इस दर्द से गुजरती है। प्रैग्नेंसी के दौरान पैल्विक और कमर में दर्द होना आम बात है। इनके लक्षण भी साइटिका जैसे ही नजर आते हैं।  

 

 

साइटिका के कारण

1. स्लिप डिस्क 
2. गर्भावस्था के दौरान घंटों बैठे रहना 

 

 

साइटिका के लक्षण 

1. तेज दर्द, जलन 
2. कमर के नीचे वाले हिस्से में दर्द 
3. जांघ और पैरों के निचले हिस्से में दर्द 
4. पैरों में झनझनाहट 
5. थकावट 

 

 

साइटिका का समाधान

साइटिका का दर्द होने पर किसी फिजियोथैरेपिस्ट से संपर्क करें। पेल्विक फ्लोर, टमी मसल्स और पीठ को मजबूत बनाने के लिए कुछ एक्सरसाइज करें। सही पोस्चर में बैठे । साइटिका का दर्द होने पर पैरासिटामोल की गोली का इस्तेमाल करें लेकिन इसे लेने से पहले फिजियोथैरेपिस्ट से सलाह जरूर लें क्योंकि इससे आपको और आपके होने वाले बच्चे को नुकसान भी हो सकता है। 

 

 

साइटिका का घरेलू उपचार 

1. जिस जगह पर दर्द हो रहा है उसे गर्म कपड़े से सिकाई करें । 
2. जितना काम करेंगे, उतना आपको आराम होगा। यह आपके गर्भावस्था के लिए भी फायदेमंद है।
3. अपने पोस्चर पर हमेशा ध्यान रखें। बैठने के दौरान छोटे से कूशन का इस्तेमाल करें।
4. किसी भी तरह के भारी चीज को न उठाएं। कुछ उठाते समय पीठ झुकाने की बजाएं अपनी गर्दन झुकाकर सामान उठाएं। 
5. सोते समय घुटनों के बीच में कुशन रखें ताकि पैरों को आराम मिल सके।

 
 

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