Janmashtami 2025 : कम बजट में भी कैसे करें जन्माष्टमी पर मंदिर की सुंदर सजावट?

punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 03:48 PM (IST)

नारी डेस्क : कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की स्मृति में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन घरों और मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जाता है, भगवान का श्रृंगार किया जाता है और झूले में झुलाया जाता है। जन्म के समय से लेकर भगवान के आसन पर बैठने तक की हर प्रक्रिया में सजावट का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि आप किस तरह कम खर्च में भी सुंदर और पारंपरिक सजावट कर सकते हैं।

1. मंदिर की सजावट

जन्माष्टमी पर मंदिर की सजावट सबसे पहले की जाती है क्योंकि यहीं भगवान को विराजमान किया जाता है। आप मंदिर को सजाने के लिए फूलों की मालाएं, आम की पत्तियां, रंग-बिरंगी झालर, कलरफुल बल्ब, लाइट्स, और गुब्बारों का उपयोग कर सकते हैं। फूलों की लड़ियां मंदिर के दरवाजों और किनारों पर लगाएं। इससे वातावरण सुगंधित और पवित्र हो जाता है।

PunjabKesari

2. भगवान के स्नान पात्र की सजावट

जन्म के बाद भगवान श्रीकृष्ण को स्नान कराया जाता है। स्नान के लिए आप पीतल, स्टील, या फूलों से सजा कटोरा चुन सकते हैं। कटोरे के चारों ओर ग्लू लगाकर उस पर पीले रंग का कपड़ा और सुनहरी लेस चिपकाएं। फिर उसमें गुलाब, गेंदा, मोगरा जैसे रंग-बिरंगे फूलों की पंखुड़ियाँ डालें। इससे स्नान पात्र सुंदर और शुद्ध दिखेगा।

3. बांसुरी की सजावट

भगवान श्रीकृष्ण की पहचान उनकी बांसुरी से होती है। एक साधारण बांसुरी लें और उस पर नारंगी रेशमी कपड़ा लपेटें। फिर गोल्डन लेस को चारों ओर लपेटें और ग्लू से रंग-बिरंगे स्टोन चिपकाएं। इस प्रकार आपके कान्हा की बांसुरी एकदम भव्य रूप में सजकर तैयार हो जाएगी।

4. झूले की सजावट

भगवान कृष्ण को झूले में झुलाने की परंपरा जन्माष्टमी की सबसे खास रस्मों में से एक है। आप बाजार से छोटा झूला लेकर उसे लाल कपड़े, फूलों की माला, मोतियों की माला, और लाइट वाली झालर से सजा सकते हैं। झूले को सजाते समय उसमें मुलायम कपड़ा बिछाएं और उसमें नन्हे तकिए रखें ताकि झूला सुंदर और आरामदायक लगे।

PunjabKesari

 5. आसन की सजावट

जब झूले से उतारकर भगवान को बैठाया जाता है, तो उनका आसन भी सुंदर होना चाहिए। एक छोटी लकड़ी की चौकी (चैकी) लें, उसे रंगीन कपड़े से ढकें और किनारों पर लेस या सितारे लगाएं। चौकी के पीछे बांस की पतली पट्टी पर गुलाबी नेट कपड़ा लपेटें और उस पर गुलाब की कलियां चिपकाएं। इसके बाद तकिया और मसनद रखकर आसन को और सुंदर बनाएं।

6. पालने की सजावट

भगवान बाल स्वरूप में हैं, इसलिए पालना भी विशेष रूप से सजाया जाता है। पालने पर रेशमी चादर, तकिए, और फूलों की मालाएं लगाएं। आप गुलाब, चमेली, मोगरा और बेला के फूलों से मालाएं बनाकर पालने के चारों ओर सजाएं। सिरहाने की ओर मोर पंख लगाना शुभ माना जाता है। फूलों की खुशबू और रंग भगवान के स्वागत को दिव्य बना देती हैं।

 

कृष्ण जन्माष्टमी एक ऐसा पर्व है जिसमें सजावट के साथ-साथ भक्ति का भी गहरा संबंध होता है। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के प्रत्येक चरण को सुंदरता और सादगी से सजाना, हमारे प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। चाहे आपका बजट सीमित हो, लेकिन थोड़ी सी रचनात्मकता और भाव से आप अपने घर या मंदिर को दिव्य बना सकते हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static