डिलीवरी के बाद भी नहीं जा रहा पीठ का दर्द तो आज ही बदलें अपनी ये आदतें

punjabkesari.in Tuesday, Feb 06, 2024 - 04:25 PM (IST)

प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए एक ऐसा समय होता है जिसके बाद उसकी जिंदगी पूरी ही बदल जाती है। बच्चा होने के बाद जिंदगी में कई तरह के बदलाव आते हैं। जैसे कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के बाद बहुत मोटी हो जाती हैं, किसी का वजन कम हो जाता है आदि। इन्हीं सभी समस्याओं में से एक डिलीवरी के बाद कमर में तेज दर्द। डिलीवरी के बाद यह दर्द बहुत ही आम है। ऐसे में यदि आपकी कमर में भी डिलीवरी के बाद दर्द रहता है तो आज आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिन्हें अपनाकर आपको दर्द से राहत मिल सकती है। आइए जानते हैं। 

हल्की-सैर या योग

डिलीवरी के 6 महीने बाद आप डेली रुटीन में हल्की सैर, योग और 20 मिनट की स्ट्रेचिंग को रुटीन का हिस्सा बना सकते हैं। इससे आपका शरीर फिट रहेगा और आपको दर्द में भी काफी आराम मिलेगा।  

कैल्शियम युक्त आहार खाएं 

डिलीवरी के बाद कैल्शियम की कमी के कारण भी महिलाओं को पीठ दर्द हो सकती है। ऐसे में इससे बचने के लिए डाइट में कैल्शियम युक्त आहार शामिल करें जैसे रागी, तिल, मोरिंगा, दूध को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। 

कब्ज से करें बचाव 

कब्ज की समस्या के कारण भी कई लोगों को पीठ में दर्द हो सकता है। ऐसे में आप डिलीवरी के बाद डाइट में हैल्दी फूड्स के अलावा फल और सब्जियां शामिल करें। 

ओमेगा-3 युक्त डाइट 

अपनी डाइट में आप ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे अखरोट, देसी घी, अलसी के बीज, चिया के बीज को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। यह खाद्य पदार्थ सूजनर रोधी होती हैं ऐसे में इनका सेवन करने से आपको कमर दर्द से राहत दिलवाने में मदद कर सकते हैं। 

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ 

डाइट में प्रोटीन शामिल करके भी आप कमर दर्द से राहत पा सकते हैं। बादाम, अंडे जैसी चीजें आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यह आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे। 

पौटेशियम युक्त आहार 

पीठ दर्द को दूर करने के लिए आप पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे केला, किश्मिश, आलूबुखारा, दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल कर सकते हैं। यह शरीर में होने वाले ऐंठन से राहत दिलवाने में मदद करेगी।  

इस बात का भी रखें ध्यान 

स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को ज्यादा झुककर दूध पिलाने की जगह आप बच्चे को ऊपर की ओर अपनी छाती के पास उठाकर दूध पिलाएं। डिलीवरी के बाद बच्चे को कूल्हे पर न उठाएं इससे पीठ पर दबाव पड़ता जिससे पीठ में दर्द हो सकती है। 


 

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palak