किस उम्र के बच्चे को चाहिए कितनी नींद ?

punjabkesari.in Thursday, Mar 29, 2018 - 06:01 PM (IST)

बच्चे के विकास लिए जितना खाना, कसरत करना जरूरी होता है। उतना ही उसके लिए पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक होता है। पूरी नींद लेने से दिन भर की थकान उतर जाती है। इससे बच्चे का मन पढ़ाई में लगता है और वह हर काम को अच्छे तरीके से कर पाता है। इसके अलावा गहरी नींद सोने वाले बच्चे का मन प्रसन्न रहता है।  इससे उसको कई छोटी और बड़ी बीमारियों नहीं होती। इसके अलावा भी पूरी नींद लेने के कई फायदे होते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि किस उम्र के बच्चों को कितने घंटे सोना चाहिए और पूरी नींद लेने के फायदे क्या होते हैं। 

 

जानिए उम्र के हिसाब से बच्चों को कितने घंटे सोना चाहिए
3 से 5 साल तक के बच्चों को रात में कम से कम 10 से 13 घंटे सोना चाहिए। 6 साल तक का बच्चा अगर रात में 10 घंटे 25 मिनट सोता है तो वह उसके लिए अच्छा होगा।  7 साल के बच्चोंं को 10 घंटे 30 मिनट, 8 साल के बच्चों को 10 घंटे 11 मिनट, 9 साल के बच्चे को 10 घंटे सोना चाहिए। वहीं 11 से 13 साल के बच्चों का 9 घंटे तक सोना ठीक रहता है। इतने घंटे सोना बच्चों के लिए फायदेमंद होता है।

 

पूरी नींद लेने के फायदे

1. लंबाई बढ़ना
क्या आपको कभी एेसा लगता है कि आपका बच्चा एक रात में एक 1 इंच लंबा हुआ। अगर आपको एेसा लगता है तो इसका मतलब आपका बच्चा रात को अच्छे से सोता है। रात को ठीक ढ़ग से और पूरी नींद लेने से बच्चा रातों रात बढ़ने लगता है। 


2. पांचन तंत्र मजबूत होना
ठीक ढ़ग से सोने और पूरी नींद लेने से बच्चा का पांचन तंत्र मजबूत होता है। इससे उसको खाया- पीया  अच्छे से लगने लगता है। इसके अलावा ठीक ढ़ग से सोने से जुकाम, खांसी जैसे बीमारियां नहीं होती।


3. मानसिक तौर पर स्वास्थ्य
पूरी नींद न लेने से कई बार बच्चा दिमागी तौर पर बीमार भी हो सकता है। इसके साथ ही उसको डिप्रेशन जैसी समस्या का भी शिकार होना पड़ सकता है। अगर अपने बच्चे को इन बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो उनमें सहीं समय पर सोने की आदत डालें।


4. वजन नियंत्रण में रहना
जो बच्चे पूरी नींद नहीं लेते वह मोटे होते हैं। उनका वजन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जाता है। जबकी अच्छी नींद लेने वाले बच्चों को वजन हमेशा कंट्रोल मे रहता है। अगर आपका बच्चा मोटा हो रहा तो इसका मतलब वह ठीक ढ़ग से सो नहीं रहा है।

 

5. बीमारियों से बचाव
गहरी नींद से सोकर उठने पर बच्चा तरोताजा महसूस करता है।  भरपूर नींद सोने वालों में सर्दी जुकाम और अल्सर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं।रात में गहरी नींद लेने के बाद दूसरे दिन जो चुस्ती एवं ताजगी महसूस होती है वह किसी टॉनिक के सामान होती है इसलिए बच्चों के लिए पूरी नींद लेना बहुत ही आवश्यक होता है। 

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